शमशाबाद: ढाई घाट, शमशाबाद में गंगा नदी (The River Ganges) का जलस्तर अचानक बढ़ने से क्षेत्र में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। सावन के पावन महीने में जहाँ एक ओर श्रद्धालु भारी संख्या में कांवड़ यात्रा के लिए पहुँच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जलस्तर में तेज़ी से आई बढ़ोतरी ने प्रशासन (administration) की चिंता बढ़ा दी है। संभावित आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियाँ तेज कर दी हैं।
सावन के चौथे सोमवार को लेकर भीड़भाड़ की आशंका को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। किसी भी अनहोनी की घटना से बचने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। रविवार को क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट विक्रम सिंह ने स्वयं ढाई घाट पहुँचकर मौके का मुआयना किया और वहाँ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं और कांवड़ियों से संवाद करते हुए उन्हें सावधानी बरतने की अपील की। विक्रम सिंह ने कहा, जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, इसलिए किसी भी गहरे स्थान पर न जाएं। हम सभी कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान जलाभिषेक के लिए गंगा से जल लेने वाले कांवड़ियों को पूरी सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। घाटों पर एनडीआरएफ, पुलिस बल, होमगार्ड, और स्वास्थ्यकर्मियों
की तैनाती भी बढ़ाई जा रही है ताकि किसी आपात स्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
मजिस्ट्रेट ने अन्य संवेदनशील स्थानों का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेडिंग, चेतावनी संकेत और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाए।