फर्रुखाबाद: शमसाबाद (Shamsabad) के गंगा कटरी क्षेत्र में गंगा नदी का जलस्तर (Ganga water level) लगातार बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कमथरी गांव की मुख्य सड़क पर पानी भरने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। कटरी तौफीक, रूपपुर और मंगलीपुर मार्गों पर भी बाढ़ का पानी भर चुका है, जिससे लोगों का आना-जाना बेहद मुश्किल हो गया है।बीती रात से ही सुल्तानगंज खरेटा से कमथरी गांव के बीच गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया।
ग्रामीणों के अनुसार, कमथरी गांव के बाद से बेहटा बल्लू गांव के निवासी शमसाबाद आने-जाने के लिए गंगा के बाढ़ के पानी में घुसकर जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। बाढ़ का पानी अब ढाई घाट, समैचीपुर और तराई तक पहुंच चुका है। सबसे अधिक परेशानी अंतिम संस्कार के लिए शवों को घाट तक ले जाने में हो रही है, क्योंकि रास्ते पानी में डूब चुके हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर गंगा का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो गंगा कटरी क्षेत्र के भगवानपुर, अचानकपुर, बेहटा बल्लू, कटरी तौफीक, चौराहार, शरीफपुर, छिछनी, समैचीपुर, चितार, बासखेड़ा, पैलानी दक्षिण, रूपपुर, मंगलीपुर, रम्पुरा समेत दो दर्जन से अधिक गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिर जाएंगे। ऐसे में लोगों को भोजन, आवागमन और स्वास्थ्य सेवाओं में भी भारी संकट झेलना पड़ेगा।कमथरी गांव के बाढ़ पीड़ितों ने जिला प्रशासन से नावों की व्यवस्था कराने की मांग की है ताकि सुरक्षित आवाजाही संभव हो सके। ग्रामीणों का आरोप है कि अभी तक न तो प्रशासन ने कोई राहत शिविर लगाया है और न ही नावों की कोई व्यवस्था की गई है। कई गांवों में बिजली सप्लाई बंद हो गई है और पीने का पानी तक मिलना मुश्किल हो गया है।