अपहरण-हत्या-धमकी जैसे मामलों ने हिलाया प्रशासन
अमृतपुर: तहसील अमृतपुर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस (Sampoorna Samadhan Diwas) में जनसामान्य की गूंजती पीड़ा और समस्याएं सामने आईं। जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने स्वयं मौजूद रहकर एक-एक फरियादी की बात सुनी और संबंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण व निष्पक्ष निस्तारण के निर्देश दिए।गूजरपुर परमान निवासी धर्मशीला अपनी आंखों में आंसू लिए डीएम-एसपी के समक्ष पहुंचीं और बताया कि 20 जुलाई को उनके पति का सड़क से अपहरण कर लिया गया।
उन्होंने थाना पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक कोई सुराग नहीं लग पाया। महिला ने गुहार लगाई कि उनके पति को सकुशल वापस लाया जाए।इसी प्रकार, गूजरपुर गहलवार की सोमवती भी अपनी पीड़ा लेकर आईं और भावुक होकर बताया कि 14 जून 2025 को उनके पति की बाग की रखवाली के दौरान हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने दो अभियुक्तों को जेल भेजा, पर तीन हत्यारे अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहे हैं।
वापस नहीं लिया तो तुम्हारी भी हत्या कर देंगे,ऐसी धमकियों से डरी सोमवती न्याय की गुहार लगा रही हैं। एसपी ने तत्काल थानाध्यक्ष मोनू शाक्य को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।करनपुर दत्त के मुकेश चंद्र शर्मा और अन्य ग्रामीणों ने वर्षों से बंद पड़े पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र को चालू कराने की मांग की। उन्होंने बताया कि तीन वर्षों से आवेदन दे रहे हैं, लेकिन हर बार फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है।अमृतपुर निवासी संजीव अग्निहोत्री ने बताया कि वे पुरानी पुलिस चौकी को पुनः शुरू कराने के लिए पांच साल से आवेदन दे रहे हैं, लेकिन किसी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही। बार-बार फर्जी निस्तारण करके मामले को दबाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को इस पर संज्ञान लेने और उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।आसमपुर के रामलाल ने आरोप लगाया कि वह अपने खेत से कब्जा हटवाने के लिए एक साल से शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन लेखपाल और कानूनगो मौके पर न जाकर फर्जी रिपोर्ट लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व कानूनगो ने उन्हें शिकायत न करने की धमकी तक दी थी।
इस समाधान दिवस में कुल 131 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से केवल 6 का मौके पर निस्तारण हो सका। इनमें सबसे अधिक 62 शिकायतें राजस्व विभाग से जुड़ी थीं, जिनमें ज़मीन पर अवैध कब्जा और चक मार्गों पर अतिक्रमण की समस्याएं प्रमुख रहीं। पुलिस विभाग की 27, विकास विभाग की 19, विद्युत विभाग की 6 और पूर्ति विभाग की 4 शिकायतें दर्ज हुईं।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार, बीएएस अनुपम अवस्थी, जिला आपूर्ति अधिकारी सुरेन्द्र कुमार यादव, एसडीएम संजय कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।