तहसील प्रशासन की लापरवाही से भू-माफियाओं के हौसले बुलंद
जलालाबाद (शाहजहांपुर): योगी सरकार भले ही भू-माफियाओं (land mafia) के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हो, लेकिन तहसील जलालाबाद (Tehsil Jalalabad) क्षेत्र में दबंग भू-माफियाओं का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला मोहल्ला गौसनगर की बुजुर्ग महिला महादेवी पत्नी शिवपाल सिंह का है, जिन्होंने शनिवार को समाधान दिवस में पहुंचकर दबंग भू-माफिया भगवानदास पुत्र रामचंद्र निवासी यमुना सिटी की करतूतों का खुलासा किया। महिला ने बताया कि भगवानदास अपनी दबंगई और प्लॉटिंग के धंधे के लिए गरीबों की जमीन पर खुलेआम कब्जा कर रहा है और प्रशासन चुपचाप तमाशा देख रहा है।
महादेवी ने शिकायती पत्र में बताया कि उनकी आराजी गाटा संख्या 601 रकबा 0.190 हे० ग्राम गुलड़िया तहसील जलालाबाद में दर्ज है। यह उनकी पुश्तैनी संपत्ति है, लेकिन दबंग भगवानदास ने अपने प्लॉटों के लिए रास्ता बनाने की नीयत से उनकी जमीन पर जबरिया कब्जा कर निर्माण शुरू करा दिया। जब उन्होंने और उनके पति ने विरोध किया तो भगवानदास ने न केवल गाली-गलौज की बल्कि खुलेआम धमकाया कि “जितना चाहो भाग-दौड़ कर लो, जमीन तो मैं छोड़ने वाला नहीं।
महादेवी और उनके बुजुर्ग पति खुद लड़ने-झगड़ने की हालत में नहीं हैं। आरोप है कि भगवानदास ने दोनों को गंदी-गंदी गालियां देते हुए मारपीट की धमकी दी। बुजुर्ग महिला ने एडीएम से कहा कि वह खुद को और अपने परिवार को भगवानदास जैसे भू-माफिया से असुरक्षित महसूस करती हैं।
महादेवी ने बताया कि वह पहले भी तहसील प्रशासन से गुहार लगा चुकी हैं, लेकिन तहसील प्रशासन ने उनके आवेदन को ठंडे बस्ते में डाल दिया। सवाल यह उठता है कि जब योगी सरकार भू-माफियाओं को बुलडोजर से सबक सिखा रही है, तो फिर जलालाबाद तहसील में भू-माफियाओं को संरक्षण क्यों मिल रहा है? स्थानीय लोगों का आरोप है कि भगवानदास को कुछ कर्मचारियों का संरक्षण हासिल है, तभी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही।
समाधान दिवस में वृद्ध महिला की व्यथा सुनकर एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविन्द कुमार ने हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और कब्जे से जमीन को मुक्त कराया जाएगा।
इस पूरे प्रकरण से नगर और आसपास के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि भू-माफिया भगवानदास जैसे लोग सरकार की छवि खराब करने का काम कर रहे हैं। यदि समय रहते कार्रवाई न हुई तो लोग न्याय की उम्मीद छोड़ देंगे और अराजकता का माहौल बन जाएगा। अब सबकी निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या वास्तव में दबंग भू-माफिया भगवानदास पर बुलडोजर चलेगा या उसकी दबंगई के आगे गरीबों की आवाज एक बार फिर दब जाएगी।