अपर जिलाधिकारी संजय सिंह ने किया प्रभावित गांवों का दौरा, नावों से हो रही आवाजाही
उरई (जालौन): यमुना नदी (Yamuna River) का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है। बुधवार दोपहर दो बजे तक नदी का जलस्तर 107.720 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान 108 मीटर से बस थोड़ी ही दूरी पर है। पानी 9 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में दहशत का माहौल है।
बाढ़ का पानी चढ़ने से निनावली–कुसेपुरा मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। ग्रामीणों की आवाजाही के लिए प्रशासन ने नाव और मोटरबोट की व्यवस्था की है। प्रभावित गांवों में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। इस बीच अपर जिलाधिकारी संजय सिंह ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद और सतर्क निगरानी रखने के निर्देश दिए। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ का पानी खेतों में घुसने लगा है, जिससे फसलें डूबने का खतरा है। वहीं रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हो रही है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम सक्रिय है।