रायबरेली | डॉ. भीमराव अंबेडकर पुरुष जिला अस्पताल में अनुशासनात्मक कार्रवाई की लहर तेज हो गई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. पारितोष शुक्ला ने प्रशासनिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए दो डॉक्टरों – डॉ. ऋतिक और डॉ. ओम – को इमरजेंसी ड्यूटी से हटा दिया है।
इन दोनों डॉक्टरों के कार्य व्यवहार और अनुशासन को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। सूत्रों के अनुसार, दोनों अक्सर विवादों में घिरे रहते थे और अस्पताल परिसर में उनकी कार्यशैली को लेकर चर्चाएं आम थीं।
सीएमएस डॉ. पारितोष शुक्ला ने कहा कि, “इमरजेंसी वार्ड जैसी संवेदनशील यूनिट में तैनात स्टाफ का व्यवहार जिम्मेदार और पेशेवर होना चाहिए। जहां शिकायतें लगातार मिलें, वहां कार्रवाई जरूरी है।”
सूत्रों के मुताबिक, इमरजेंसी वार्ड की जिम्मेदारी फिलहाल वरिष्ठ और भरोसेमंद स्टाफ को दी गई है। जल्द ही स्थायी रूप से नई तैनाती का आदेश जारी किया जा सकता है।
सीएमएस की इस कार्रवाई को अस्पताल प्रशासन में एक सख्त संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। अब अन्य स्टाफ पर भी जिम्मेदार कार्यशैली अपनाने का दबाव बन सकता है।
“मरीजों को समय पर, सम्मानपूर्वक और समर्पण से इलाज मिलना हमारी प्राथमिकता है। कोई भी लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
— डॉ. पारितोष शुक्ला, सीएमएस, जिला अस्पताल रायबरेली