फर्रुखाबाद: कोरोना महामारी के दौरान आउटसोर्सिंग प्रक्रिया के तहत तैनात किए गए कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे संघर्ष और मांगों के बाद अंततः उन कर्मचारियों की फिर से तैनाती के आदेश पर अमल शुरू हो गया है। गुरुवार को लोहिया अस्पताल में कोविड आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में से 12 कर्मियों को दोबारा तैनात किया गया।
इस संबंध में लोहिया अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अशोक प्रियदर्शी ने जानकारी दी कि आदेश के अनुपालन में संबंधित कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों के कार्य क्षेत्रों का निर्धारण अस्पताल की मेट्रन रीना द्वारा किया जाएगा, जिससे अस्पताल की आंतरिक व्यवस्थाओं को प्रभावी और सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
संघर्ष के बाद मिली बहाली
कोरोना संक्रमण के चरम काल में अस्पतालों में बढ़ते कार्यभार को देखते हुए आउटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मचारियों की भर्ती की गई थी। लेकिन महामारी की रफ्तार थमते ही इन कर्मचारियों को हटा दिया गया था। इसके बाद कर्मचारियों और उनके संगठनों द्वारा लगातार पुनर्नियुक्ति की मांग उठाई जा रही थी। आखिरकार प्रशासन ने उनकी मांगों को स्वीकार करते हुए आदेश जारी किए, जिसका लोहिया अस्पताल में पालन शुरू हो गया है।
व्यवस्थाओं को मिलेगा बल
सीएमएस डॉ. प्रियदर्शी ने बताया कि अस्पताल में स्टाफ की कमी को पूरा करने और मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए इन कर्मचारियों की वापसी आवश्यक थी। तैनात किए गए कर्मचारियों को अस्पताल की जरूरतों के मुताबिक अलग-अलग विभागों में ड्यूटी दी जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में होगा सुधार
इन कर्मचारियों की बहाली से न सिर्फ अस्पताल की कार्यप्रणाली में गति आएगी, बल्कि मरीजों को भी बेहतर और शीघ्र सेवा मिल सकेगी। स्टाफ की बढ़ोतरी से ओपीडी, इमरजेंसी और वार्डों में काम का बोझ भी कम होगा।
यह प्रशासनिक कदम उन सैकड़ों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए उम्मीद की किरण है, जो अब भी बहाली की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में अन्य अस्पतालों में भी इस दिशा में निर्णय लिए जाएंगे।


