फर्रुखाबाद। सट्टा माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन और पुलिस ने मंगलवार को बड़ी और साहसिक कार्रवाई को अंजाम दिया। नगर क्षेत्राधिकारी डॉ. ऐश्वर्या उपाध्याय के नेतृत्व में कुख्यात सट्टा माफिया हसनैन, नसीम बानो, मेराज, अफजल और दिलशाद खां की पांच बहुमूल्य अचल संपत्तियों को कुर्क किया गया, जिनकी कुल कीमत 3 करोड़ 12 लाख 10 हजार रुपये आँकी गई है।
इस कार्रवाई की सबसे खास बात यह रही कि ढोल नगाड़ों की गूंज और मुनादी के बीच संपत्तियों की कुर्की की गई, जिससे पूरे इलाके में संदेश गया कि अब माफियाओं के खिलाफ प्रशासन पूरी ताकत से मैदान में है। यह सख्त कार्रवाई सदर कोतवाली क्षेत्र में की गई, जो लंबे समय से सट्टा गतिविधियों का गढ़ माना जा रहा था।
पूरी प्रक्रिया में थाना मऊदरवाजा थानाध्यक्ष बलराज भाटी और तहसीलदार सनी कनौजिया भी प्रमुख भूमिका में रहे। टीम ने मौके पर पहुंचकर पांच अलग अलग स्थानों पर स्थित संपत्तियों को चिह्नित कर उन्हें सील किया और दीवारों पर यह संपत्ति शासनादेश के अंतर्गत कुर्क की गई है’ का बोर्ड लगाया गया।
कुर्क की गई संपत्तियों में आलीशान मकान, खाली प्लॉट और पक्के निर्माण शामिल हैं। यह सभी संपत्तियाँ माफियाओं द्वारा सट्टे और अवैध कमाई के जरिए खड़ी की गई थीं। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई को देखकर क्षेत्रीय जनता ने तालियां बजाकर स्वागत किया और कहा कि अब अपराधियों को अपनी गलत कमाई का हिसाब देना ही होगा।
डॉ. ऐश्वर्या उपाध्याय के कुशल नेतृत्व, बलराज भाटी की सख्ती, और तहसीलदार सनी कनौजिया की प्रशासनिक सतर्कता ने मिलकर यह कार्यवाही पूरी तरह प्रभावशाली और कानून सम्मत बनाई। यह अभियान न केवल माफियाओं की कमर तोड़ने वाला साबित हुआ, बल्कि आम जनता में सुरक्षा का भरोसा भी और गहरा कर गया।
फर्रुखाबाद में ढोल-नगाड़ों के साथ हुई यह पांच संपत्तियों की कुर्की अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है और यह साफ संदेश दे गई है अब अपराध की कीमत चुकानी ही होगी, चाहे वह ईंट पत्थर में ही क्यों न बदली गई हो।बलराज भाटी को जिले में एक कड़क और ईमानदार पुलिस अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने न केवल माफियाओं के ठिकानों को चिन्हित कराया, बल्कि पूरे ऑपरेशन को इस तरह अंजाम दिलाया कि किसी प्रकार की अव्यवस्था या विरोध की कोई गुंजाइश नहीं रही। जनता में उनका यह सख्त लेकिन न्यायसंगत रवैया बेहद लोकप्रिय होता जा रहा है।