धमतरी: जब पीड़ित की फरियाद सुनी नहीं जाती तब उसे कोई न कोई खौफनाक कदम उठाना पड़ता है लेकिन इसके जिम्मेदार कौन? ऐसा ही ताजा मामला छत्तीसगढ़ के धमतरी (Dhamtari) जिले से देखने को मिला है। एक पीड़ित युवक आवास के लिए दर-दर भटक रहा था लेकिन जब उसे कोई रास्ता नहीं मिला तो उसने हताश और नाराज होकर कलेक्ट्रेट के सामने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। वक्त रहते कलेक्ट्रेट (Collectorate) के सामने सुरक्षा कर्मियों ने युवक को धर दबोचा और उसे नहलाकर तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
खबरों के मुताबिक, ग्राम डोमा के रहने वाले पीड़ित करण सोनकर 6 से 7 बार आवास के लिए जिला प्रशासन को आवेदन कर चुके है, लेकिन प्रशासन ने अब तक युवक के लिए आवास को लेकर कोई भी विचार नहीं किया है। इससे हताश और परेशान होकर युवक ने कलेक्ट्रेट के सामने यह आत्मघाती कदम उठाया, ताकि उसकी परेशानी को कोई सुन सके और उसकी मदद कर सके।
मीडिया ने जब इस मामले को लेकर पीड़ित युवक ने पूछा तो उसने बताया कि वह आवास नहीं मिलने से काफी ज्यादा परेशान हो चुका है। गांव की सरपंच गुंजा साहू के व्यवहार से भी वह काफी ज्यादा परेशान चल रहा है। आवास के लिए दिए हुए आवेदन में पीड़ित युवक का नाम भी काट दिया गया जिसके बाद उसने आत्मदाह करने के लिए कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचा था, लेकिन मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने युवक को देख लिया और बड़ा हादसा होते हुए टल गया। सुरक्षा कर्मियों ने युवक को नहलाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया और रुद्री पुलिस युवक को पड़कर पूछताछ कर रही है।