– ओवरलोडेड लक्जरी बसों में GST चोरी का खेल जारी।
– अचानक गाड़ी रोकने से सड़क हादसों का खतरा।
– “परिवहन विभाग के साथ सख्त अभियान” – GST अधिकारी पी.के. पांडेय।
– अनंतराम टोल टैक्स प्लाजा, औरैया – आधी रात की चेकिंग में खुला राज।
अनुराग तिवारी, विशेष संवाददाता
यूथ इण्डिया
औरैया: अनंतराम टोल टैक्स प्लाजा पर रात 12 बजे GST मोबाइल गश्ती टीम की चेकिंग के दौरान कई खामियां सामने आईं। डबल डेकर (double decker) और लक्जरी बसों (luxury buses) में ओवरहाइट लगेज भरकर माल ढुलाई की जा रही थी, जिसमें ज्यादातर माल GST चोरी से लाया गया होने की आशंका है। यात्रियों की मौजूदगी के चलते अधिकारी बसों का सामान खोलकर पूरी तरह जांच नहीं कर पाते। कई बार यात्रियों के हंगामे और महिलाओं द्वारा वीडियो बनाए जाने की वजह से बस ऑपरेटरों को बिना जांच के ही छोड़ना पड़ता है।
वहीं चेकिंग के दौरान कुछ चलते वाहन चालकों ने आरोप लगाया है कि टीम के कुछ सदस्य गाड़ियों से ₹100 से ₹500 की वसूली कर उन्हें बिना जांच छोड़े देते हैं। यह वसूली अक्सर अधिकारियों की नजर से बचाकर की जाती है। इससे ईमानदारी से की जाने वाली जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अचानक रोकने से हादसे का खतरा
चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी अचानक तेज रफ्तार गाड़ियों के सामने आकर उन्हें रोकते हैं और चालक के शीशे पर टॉर्च की रोशनी डालते हैं। इससे वाहन चालक अचानक ब्रेक लगाता है और पीछे से आ रहे वाहनों के टकराने का खतरा बढ़ जाता है। कई चालक पुलिस को देखते ही गाड़ी भगाने की कोशिश करते हैं, जिससे पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराता है। स्थानीय लोगों और GST अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग और GST विभाग को मिलकर संयुक्त अभियान चलाना चाहिए। विशेषकर यात्री वाहनों पर माल ढुलाई को रोकने के लिए एक सख्त नियम लागू करने की मांग उठ रही है। औरैया में हाल ही में पदभार संभालने वाले GST अधिकारी पी. के. पांडेय ने कहा –
“हम GST चोरी करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रहे हैं। लेकिन बसों में यात्रियों की वजह से जांच में दिक्कत आती है। अब परिवहन विभाग के साथ मिलकर विशेष अभियान चलाया जाएगा और अवैध वसूली की शिकायत पर भी जांच की जाएगी।”