लखनऊ: कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra Pal Gautam) ने राजधानी लखनऊ में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश में दलितों पर बढ़ते अत्याचारों को लेकर गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने योगी सरकार (yogi government) पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में दलितों के आत्मसम्मान और सुरक्षा पर लगातार हमला हो रहा है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
गौतम ने बताया कि राज्य के कई जिलों में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों को जानबूझकर तोड़ा जा रहा है। यह दलित समाज के आत्मसम्मान पर सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा कि यह न केवल अपराध है, बल्कि दलित अस्मिता का अपमान भी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दलित समाज के लोगों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। मारपीट, हत्या और अमानवीय कृत्य जैसे उन्हें जूतों में पेशाब पिलाना जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो समाज के गिरते मानवीय मूल्यों को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति दर्शाती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है।
शिक्षा और भविष्य पर संकट
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जिससे दलित और गरीब वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। शिक्षा से दूर किया जाना भी एक प्रकार का सामाजिक अन्याय है। राजेंद्र पाल गौतम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘कावड़ यात्रा’ के दौरान पुष्पवर्षा की नीति पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कावड़ यात्रा के नाम पर कुछ लोग दलितों के साथ हिंसा कर रहे हैं, लेकिन सरकार ऐसे मामलों पर मौन है।
उन्होंने दोहराया कि धार्मिक यात्राओं का सम्मान हो, लेकिन उसका दुरुपयोग कर दलितों को प्रताड़ित करना स्वीकार्य नहीं है। गौतम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलित समाज के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि ऐसे मामलों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।