फर्रुखाबाद। राज्यस्तरीय आह्वान पर जिले के कोटेदारों ने रविवार से तीन दिन की हड़ताल शुरू कर दी है, जिसके चलते सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाला राशन वितरण कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। हड़ताल के पहले दिन ही जिले भर में हजारों उपभोक्ताओं को खाली हाथ लौटना पड़ा।
कोटेदार संघ के जिलाध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि यह हड़ताल प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कोटेदारों की समस्याओं और मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। हमसे काम तो लिया जा रहा है, लेकिन मानदेय, भाड़ा भुगतान, तकनीकी समस्याएं और सम्मान जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रहीं।कोटेदारों की प्रमुख मांगे मे कोटेदारों को नियमित मानदेय दिया जाए।
समय से खाद्यान्न वितरण का भाड़ा और कमीशन मिले।पोर्टल की तकनीकी समस्याओं का। समाधान होकोटेदारों को सरकारी कर्मचारी जैसा दर्जा दिया जाए।
हड़ताल के चलते रविवार को जुलाई माह का राशन वितरण शुरू नहीं हो सका।
कोटेदारों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन-प्रशासन ने मांगें नहीं मानीं, तो हड़ताल को आगे भी जारी रखा जाएगा।