मानसिक उत्पीड़न और वेतन रोके जाने से नाराज़ आशाएं पहुँचीं विधायक के दरबार
जलालाबाद (शाहजहांपुर): नगरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बुधवार को दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं ने डाक बंगला में आयोजित जनसुनवाई के दौरान विधायक (MLA) हरिप्रकाश वर्मा से मुलाकात की और अपने साथ हो रहे अन्याय की दास्तां सुनाई। आशाओं ने बीपीसीएम विमलेश यादव (BPCM Vimlesh Yadav) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले छह महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला। एनएम साइन करने से मना कर देती हैं और कहती हैं कि “विमलेश यादव ने मना किया है।” बातों-बातों में जब आशाएं अपनी पीड़ा व्यक्त कर रही थीं, तो कई महिलाएं फूट-फूट कर रोने लगीं।
“सरकारी योजनाओं का लाभ देने वालों को ही मिल रहा है अपमान गिरिजा देवी, गुड्डी देवी, किरन, ममता, प्रीति, सोमवती, भारती, बबली, उर्मिला और दर्जनों अन्य आशाओं ने बताया कि वे गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य सेवाएं देती हैं, लेकिन खुद महीनों से मानसिक और आर्थिक पीड़ा झेल रही हैं।
विधायक ने जताई नाराज़गी, बीपीसीएम को लगाई फटकार
आशाओं की बात सुनकर विधायक हरिप्रकाश वर्मा ने तत्काल कड़ा रुख अपनाते हुए बीपीसीएम विमलेश यादव को फटकार लगाई। उन्होंने कहा सरकार की मंशा जनसेवा की है, लेकिन आपके जैसे अधिकारी उसकी छवि को खराब कर रहे हैं। अपनी कार्यशैली में तुरंत सुधार करें, वरना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक ने यह भी कहा कि वे इस संबंध में सीएमओ से वार्ता करेंगे और सभी आशाओं का वेतन जल्द से जल्द दिलवाया जाएगा।
नगरिया सीएचसी की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
जनसुनवाई में सिर्फ आशाएं ही नहीं, दर्जनों आम नागरिक भी पहुंचे और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की शिकायतें कीं। लोगों ने बताया कि सभी संसाधन मौजूद होने के बावजूद मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलता। कई ने बदसलूकी और लापरवाही के आरोप भी लगाए।इस पर विधायक ने कहा कि यदि आगे भी शिकायतें आईं तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत करने वाली आशाओं में गिरिजा देवी, गुड्डी देवी, नीरज शुक्ला, मालती, किरन, पुनीता, उर्मिला, द्रोपदी, मीना, ममता, प्रीती, लक्ष्मी, बबली, सोमवती, भारती, रामस्नेही, गुड्डी, ममता आदि आशाएं शामिल रही।