तहसील सभागार में हुआ मॉक ड्रिल, लेखपालों व अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। बाढ़ के खतरे को देखते हुए अमृतपुर तहसील सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया। इस प्रशिक्षण में तहसील प्रशासन के अधिकारियों, लेखपालों और कानूनगो को बाढ़ से बचाव और राहत कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
एनडीआरएफ की 6 सदस्यीय टीम, एसआई आनंद कुमार के नेतृत्व में पर मौजूद रही और टीम ने बाढ़ के समय अपनाई जाने वाली तकनीकों का प्रदर्शन किया।
बताया गया कि कैसे बाढ़ में फंसे लोगों को राफ्टिंग, रस्सी, खाली प्लास्टिक की बोतलें, सूखे नारियल और लकड़ियों के गट्ठर जैसे घरेलू साधनों से बचाया जा सकता है।
टीम ने स्ट्रेचर के अभाव में उपलब्ध संसाधनों से घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के घरेलू तरीके भी बताए। इसके साथ ही CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन), सर्पदंश से बचाव और प्राथमिक उपचार के तरीके भी सिखाए गए। एनडीआरएफ ने सभी को सलाह दी कि बाढ़ के समय लोग निचले इलाकों से हटकर ऊंचे सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और बाढ़ के पानी में अनावश्यक रूप से न उतरें।
प्रशिक्षण के दौरान मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी की। लेखपाल आशीष द्वारा प्रशिक्षण का संचालन किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम अतुल कुमार, इंचार्ज तहसीलदार अभिषेक सिंह, कानूनगो और क्षेत्रीय लेखपाल मौजूद रहे।
प्रशिक्षण का उद्देश्य न केवल बाढ़ से पूर्व तैयारी करना था बल्कि आपदा की स्थिति में प्रशासनिक टीम को तत्पर और सक्षम बनाना भी था। एनडीआरएफ की इस पहल को प्रशासन और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने सराहा।