– सर्पमित्र डॉ आशीष ने किया नागिन का सुरक्षित रेस्क्यू
(यूथ इण्डिया संवाददाता)
इटावा। बुआपुरा इंटर कालेज इटावा के ऑफिस में आज एक खतरनाक 3 फीट लम्बी नागिन ऑफिस में ही दरवाजे के पीछे आकर बैठ गई। इस बात से बिलकुल अंजान कर्मचारी रोज की तरह ही अपने ऑफिस का काम करने जा रहे थे तभी अचानक से उस खतरनाक कोबरा सर्प पर ऑफिस के कर्मचारी की नजर पड़ी तो उसे देखकर काम कर रहे सभी लोगों के होश ही उड़ गए और सभी तुरंत ही कमरे से बाहर भाग गए। ऑफिस में कोबरा की खबर सुनकर सभी कर्मचारियों और शिक्षको की धड़कने ही बढ़ गई। कमरे से बाहर आकर उन्होंने अपने प्रधानाचार्य अवधेश मिश्रा को ऑफिस में खतरनाक कोबरा सांप के बैठे होने की सूचना दी।
प्रिंसिपल अवधेश मिश्रा ने कोबरा रेस्क्यू के लिए वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी से सम्पर्क किया जिसके बाद डॉ आशीष ने तुरन्त ही मौके पर पहुंचकर उस खतरनाक स्पेक्टिकल कोबरा को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर उसके प्राकृतवास में ले जाकर छोड़ दिया, रेस्क्यू के बाद सभी स्टाफ के लोगों ने राहत की सांस ली, शिक्षकों ने डॉ आशीष को सभी के जीवन को सुरक्षित करने के लिए विशेष आभार भी व्यक्त किया।
सुबह से बेहद दहशत में थे संस्थान के सभी कर्मचारी
प्रिंसिपल ने बताया कि आज विश्व सर्प दिवस भी है इसलिए उन्होंने इस कोबरा सांप को किसी को भी मारने नही दिया क्यों कि सर्प भी प्रकृति का एक श्रंगार है।
डॉ आशीष ने दी सभी को सर्पदंश उपचार की महत्वपूर्ण जानकारी
नगर पालिका परिषद के पर्यावरण एवम वन्यजीव संरक्षण के ब्रांड एंबेसडर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने सभी लोगों को मौके पर सर्पदंश के बाद के सुरक्षित प्राथमिक उपचार की जानकारी देते हुए बताया कि,
यह एक 3 फीट लम्बी मादा स्पेक्टिकल कोबरा थी जिसका जन्तु वैज्ञानिक नाम नाजा नाज़ा है इसमें बेहद ही खतरनाक न्यूरोटॉक्सिक वेनम भी मौजूद होता है जिसके दंश के बाद सही समय पर उपचार न मिलने पर रोगी की मृत्यु भी हो जाती है उन्होंने सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों से अपील की कि कभी भी किसी भी जहरीले सर्प (कोबरा या करैत) के काटने के बाद बिलकुल भी घबराना नही है बस हल्का सा बंध लगाकर जल्द ही जिला अस्पताल (मोतीझील) के इमरजेंसी वार्ड कमरा नम्बर 3 में जाकर एंटीवेनम ही लगवाना चाहिए लेकिन कोबरा या करैत के दंश के बाद कभी भी किसी झाड़ फूंक या अंध विश्वास में आकर रोगी का कीमती समय बिल्कुल भी बर्बाद नहीं करना चाहिए।
आने वाले भविष्य में इटावा बनेगा पूर्ण सर्पदंश मुक्त जनपद इटावा
जनपद में पिछले 8 वर्षों से संस्था ओशन के माध्यम से सर्पदंश जागरूकता अभियान चला रहे सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी का एक बड़ा सपना है कि,आने वाले भविष्य मैं जनपद इटावा उत्तर प्रदेश में पूर्ण रूप से सर्पदंश मुक्त जनपद के नाम से भी पहचाना जाए इसी क्रम में डॉ आशीष जनपद इटावा की जनता की बहुमूल्य जान बचाने के साथ साथ अब तक हजारों वन्यजीवों को भी उनके प्राकृतवास में सुरक्षित रिलीज कर उन्हें जीवन दान दे चुके है। डॉ आशीष के जागरूकता के अथक प्रयासों के उपरान्त अब जनपद इटावा की जनता सर्पदंश से भयमुक्त हो चुकी है साथ ही उनकी संस्था ओशन द्वारा चलाए जा रहे विशेष सर्पदंश जागरूकता अभियान से प्रेरित और जागरूक होकर लोगो ने अब किसी भी प्रकार के वन्यजीवों को मारना भी छोड़ दिया है।
सर्पदंश जागरूकता अभियान और स्नेकबाइट हेल्पडेस्क से आया बड़ा बदलाव
इटावा जनपद में सर्पदंश जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद से अब एक बहुत ही बड़ा बदलाव भी आ चुका है कि,अब लोग सांप काटने के बाद झाड़ फूंक न करवाकर सीधे जिला अस्पताल जाकर इलाज कराने लगे है यह एक बहुत बड़ा सामाजिक बदलाव भी है।
साथ ही पूरे जनपद में कहीं भी सर्पदंश के बाद लोग डॉ आशीष को उनके स्नेकबाइट हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 पर सूचना देने लगे है जिसके बाद सर्पदंश की सही पहचान कर रोगी को जल्द से जल्द तत्काल अस्पताल पहुंचने में लगातार मदद की जा रही है जिससे राज्य सरकार द्वारा घोषित राज्य आपदा को जनपद में कम करने में महत्वपूर्ण मदद भी मिल रही है और इस हेल्पलाइन से लोगों का अमूल्य जीवन बचाने के साथ साथ सरकार का 4 लाख रुपए का बड़ा राजस्व भी बच रहा है। उन्होंने मौके पर सभी को विश्व सर्प दिवस की शुभकामनाएं दीं।