– डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने किया खुलासा, करोड़ों की ठगी में शामिल गिरोह से विदेशी कनेक्शन भी उजागर
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में साइबर क्राइम टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित की अगुवाई में पुलिस ने टेलीग्राम ऐप के जरिए देशभर में साइबर ठगी करने वाले 8 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’, वर्क फ्रॉम होम और टास्क फ्रॉड के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की है।
देशभर में फैला ठगी का जाल, विदेशों तक जा रही थी रकम
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी कई राज्यों में सक्रिय थे और आम जनता को टेलीग्राम पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी फर्जी कार्यवाहियों से डराकर ठगी कर रहे थे। इसके अलावा लोगों को वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर भी उनसे बड़ी रकम ऐंठी जा रही थी।
गिरफ्तार अभियुक्त ठगी की रकम को चाइना, बर्मा और वियतनाम जैसे देशों में संचालित गिरोहों तक पहुंचाते थे। यह गिरोह एक अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम सिंडिकेट से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 1.75 लाख रुपये नकद, 12 मोबाइल फोन, 13 एटीएम कार्ड, कई पासबुक और चेकबुक बरामद की हैं। बरामद सामग्री के जरिए पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके विदेशी नेटवर्क की जांच में जुटी हुई है।
डीसीपी ने की अपील
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित ने आमजन से अपील की कि किसी भी वर्क फ्रॉम होम स्कीम, टेलीग्राम मैसेज या कॉल पर बिना जांच-परख के भरोसा न करें। ठगी से बचने के लिए संदिग्ध लिंक, ऐप या पेमेंट रिक्वेस्ट को तुरंत नजरअंदाज करें और साइबर सेल को सूचना दें।
पुलिस की टीम अब गिरोह के अन्य सदस्यों और विदेशी नेटवर्क को ट्रेस करने में जुट गई है। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। साथ ही, पीड़ितों की पहचान कर उनसे संपर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।