कहा – “हिंदू आस्था को व्यापार बताना दुस्साहस, सपा बना चुकी है मस्जिद और वोट का बाजार”
लखनऊ | उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अखिलेश यादव पर हिंदू आस्था का अपमान करने और वोटबैंक की राजनीति के लिए मजहब का सहारा लेने का आरोप लगाया।
केशव मौर्य के तीखे बयान कि
“हिंदुओं की आस्था को व्यापार बताना अखिलेश यादव का दुस्साहस है।”
“सपा प्रमुख अखिलेश ने श्रद्धा का बाजार बना दिया है।”
“सपा कार्यकर्ताओं को अपने नेता से मांग करनी चाहिए कि पार्टी का नाम अब ‘मदरसावादी पार्टी’ रख लें।”
केशव मौर्य ने सपा को मजहबी ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाली पार्टी बताया, और कहा कि अखिलेश यादव कभी जाति के नाम पर, कभी धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं।
डिप्टी सीएम का यह बयान उस समय आया है जब हाल ही में अखिलेश यादव का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से भगवान श्रीकृष्ण को लेकर सवाल पूछे थे। भाजपा ने इसे हिंदू आस्था पर हमला बताया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि केशव प्रसाद मौर्य का यह आक्रामक रुख आगामी उपचुनावों और पंचायत चुनावों के मद्देनज़र भाजपा के हिंदुत्व कार्ड को धार देने की कोशिश है।
“श्रद्धा को बाजार और मजहब को वोट में बदलने वालों को जनता अब पहचान चुकी है” – केशव प्रसाद मौर्य
अब निगाहें समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या अखिलेश यादव देंगे जवाब? या भाजपा अपने इस आरोप को चुनावी हथियार बनाएगी?