– डॉक्टर पी. कुजूर, पास्टर सोनू, पास्टर जॉर्ज समेत पूरा गिरोह बाल्मीकि समाज को ईसाई धर्म में बदलने की साजिश में शामिल
– हॉस्पिटल के नाम पर चल रहा था ‘मिशन परिवर्तन’
फर्रुखाबाद। जिले में धर्मांतरण का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय हो चुका है, जिसमें मुख्य सरगना प्रदीप मसीही अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। यह गिरोह न केवल गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को निशाना बना रहा है, बल्कि योजनाबद्ध तरीके से जिले में ‘मिशन परिवर्तन’ के नाम पर धर्मांतरण को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने इस गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, लेकिन अभी भी मास्टरमाइंड समेत कई आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
फर्रुखाबाद के आवास विकास क्षेत्र में बना एक निजी हॉस्पिटल, जिसका नाम ‘मिशन परिवर्तन’ बताया जा रहा है, इस साजिश का केंद्र बना हुआ था। सूत्रों के अनुसार, यहां हिंदू युवाओं और युवतियों को झांसे में लेकर उनका धर्म परिवर्तन कराया गया। इसमें डॉक्टर पी. कुजूर, पास्टर सोनू, पास्टर जॉर्ज, शैलेंद्र और पटियाली निवासी पास्टर प्रदीप मसीही की अहम भूमिका रही।
इस गिरोह के कई सदस्य जिले में झोलाछाप डॉक्टर या पास्टर के रूप में काम कर रहे हैं, जो धर्मांतरण के जरिए भारी रकम जुटा चुके हैं। इन पैसों से उन्होंने आलीशान कोठियां खड़ी कर ली हैं। गिरोह के सदस्य विदेशों से फंडिंग प्राप्त कर रहे हैं, जिसकी जांच के लिए प्रशासन ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी ।
बजरंग दल सहित कई हिन्दू संगठनों ने इस पूरे नेटवर्क पर नाराज़गी जताई है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि वे जिले में इस तरह की गतिविधियों को किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे।
सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण के मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि चाहे फर्रुखाबाद हो या प्रदेश का कोई अन्य जिला, धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग विदेशों से पैसा लेकर बाल्मीकि समाज को ईसाई धर्म में बदलना चाहते हैं, उन्हें किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
Youth India की टीम इस पूरे मामले पर लगातार नजर बनाए हुए है। हमारी जांच में सामने आया है कि यह एक सुनियोजित साजिश है जिसमें समाज के गरीब तबके को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। डॉक्टर पी. कुजूर इस पूरे नेटवर्क में अभी भी सक्रिय बताया जा रहा है।