अमृतपुर/फर्रुखाबाद: प्रदेश सरकार की लाख कोशिशो के बाद भी शिक्षा विभाग में सुधार की उम्मीद जागृत होती नहीं दिखाई दे रही है। कहीं अध्यापक (teacher) देर से पहुंचते हैं कहीं स्कूल (school) समय से पहले बंद हो जाते हैं और कहीं-कहीं विद्यालयों में छात्र और छात्राओं की संख्या बहुत कम पाई जाती है। मध्यान भोजन में भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं। इन सबको सुचारु करने के लिए शनिवार को विकास खंड राजेपुर के संविलियन विद्यालय कुम्हरौर (Samvilian School Kumhraur) का खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा अचानक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान विद्यालय की समग्र व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान गंभीर अनियमितता सामने आई। जानकर हैरानी होती है कि उपस्थिति पंजिका पर प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर तो मौजूद थे लेकिन प्रधानाध्यापक आशीष कुमार विद्यालय से नदारत थे। जब विद्यालय स्टाफ से इसके बारे में जानकारी ली गई तो स्टाफ के द्वारा गोलमोल बातें बताई गई।
भीषण गर्मी में विद्यालय की हालत बिल्कुल खराब थी पंखों में केवल दो ही पर लगे हुए थे। विद्यालय के छात्र-छात्राएं बाहर बैठे हुए थे। और गर्मी से परेशान थे। जब निरीक्षण के बारे में खंड शिक्षा अधिकारी राजीव श्रीवास्तव से इसकी जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा आज संविलियन विद्यालय कुम्हरौर का अचानक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की स्थिति ठीक नहीं पाई गई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य बिना किसी सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए। अन्य अध्यापकों से इसकी जानकारी ली गई तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। मिड डे मील में भी गड़बड़ी की आशंका है। बच्चों के बैठने के लिए भवनो में लगाए गए पंखे भी ठीक हालत में नहीं मिले। विद्यालय में हो रही सभी गड़बड़ियों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में सुधार के लिए लगातार निरीक्षण प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। अगर कहीं से कोई शिकायत पाई जाती है तो बिना किसी देरी के उस विद्यालय में जाकर वहां का निरीक्षण किया जाएगा और जो इसमें दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी।