– लोधेश्वर महादेव मंदिर में जातिगत हिंसा, धर्म के ठेकेदारों की शर्मनाक करतूत
बाराबंकी | (यूथ इंडिया): उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से जातिगत भेदभाव और धार्मिक असहिष्णुता की शर्मनाक घटना सामने आई है। रामनगर तहसील क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेव मंदिर में एक दलित युवक शैलेन्द्र गौतम को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीट दिया गया क्योंकि उसने मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा करने की कोशिश की।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शैलेन्द्र गौतम मंदिर परिसर में शिवलिंग के पास गया और पूजा-अर्चना करने लगा। तभी वहां मौजूद पुजारी और कथित धर्म के रक्षक युवक पर बरस पड़े।
आरोप है कि युवक को न केवल गालियां दी गईं, बल्कि उसके साथ लात-घूंसे, लोटा और मंदिर में बजने वाले घंटे से हमला कर दिया गया।
शैलेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके सिर और शरीर पर कई गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने किसी तरह बीच-बचाव किया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत फिलहाल नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद पीड़ित के परिवार और समाज के लोगों ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन मामले को दबाने की कोशिश के आरोप भी सामने आ रहे हैं।
अब तक न तो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, और न ही मंदिर प्रशासन ने कोई सफाई दी है। घटना के बाद दलित समुदाय में भारी आक्रोश है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और अम्बेडकरवादी संगठनों ने कहा कि “हर साल सैकड़ों दलित इस तरह की घटनाओं से तंग आकर हिंदू धर्म त्याग कर बौद्ध धर्म अपना रहे हैं।”
“मंदिरों में आज भी जाति के आधार पर भेदभाव होता है। यह संविधान और मानवता दोनों का अपमान है।”