लखनऊ। बहुचर्चित उर्वरक सब्सिडी घोटाले में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। घोटाले के आरोपी चन्द्रभान वर्मा को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह घोटाला वर्ष 2006 में सामने आया था, जिसमें किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से सरकारी उर्वरक सब्सिडी की भारी धनराशि का गबन किया गया था। शासन ने इसी वर्ष जून में मामले की जांच EOW को सौंपी थी, जिसके बाद विस्तृत जांच में कुल 14 लोगों को दोषी पाया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त चन्द्रभान वर्मा उन पांच वांछित आरोपियों में शामिल था, जो लंबे समय से फरार चल रहे थे। EOW की टीम लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी और अब उसे लखनऊ से धर दबोचा गया।
EOW के अनुसार, घोटाले में कई विभागीय अधिकारी और निजी फर्मों के लोग भी शामिल थे, जिन्होंने मिलकर किसानों के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए सब्सिडी की राशि हड़पी थी।
फिलहाल अन्य चार फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है, और EOW ने उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है।
यह गिरफ्तारी शासन की भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। EOW का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा कर शेष आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।