लखनऊ। उत्तर प्रदेश में श्रावण मास के अवसर पर आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इस बार यात्रा मार्गों और शिवालयों पर महाकुंभ जैसी निगरानी की जा रही है, जिसमें हाईटेक टेक्नोलॉजी, आधुनिक उपकरणों और हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए हाईटेक निगरानी तंत्र सक्रिय किया है। इस व्यवस्था में 395 हाईटेक ड्रोन, जिनमें एंटी-ड्रोन और टीथर्ड ड्रोन शामिल हैं, आसमान से निगरानी कर रहे हैं। 29,454 सीसीटीवी कैमरे यात्रा मार्गों पर सक्रिय हैं। निगरानी की यह पूरी व्यवस्था एक आधुनिक कंट्रोल रूम से की जा रही है, जहां से हर गतिविधि की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है। टीथर्ड ड्रोन स्थिर उड़ान में रहकर लंबे समय तक एक ही क्षेत्र की निगरानी कर सकते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था हेतु भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है। जिनमें 587 राजपत्रित अधिकारी, 13,520 सब-इंस्पेक्टर, 39,965 आरक्षी, ATS, ARF और QRT की टीमें भी संवेदनशील इलाकों में मुस्तैद हैं। प्रत्येक अधिकारी का मोबाइल नंबर और ड्यूटी से जुड़ी जानकारी QR कोड के माध्यम से श्रद्धालुओं से साझा की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित संपर्क संभव हो सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस पूरे अभियान की समीक्षा की है और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई ढिलाई न बरती जाए। सीएम का कहना है कि कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था और अनुशासन का प्रतीक है, और उसकी गरिमा बनाए रखना राज्य सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है। अफवाह फैलाने, भड़काऊ या भ्रम फैलाने वाली पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को 24Û7 सक्रिय रखा गया है।