फर्रुखाबाद। एफएमआरएआई (FMRAI) और यूपीएमएसआरए (UPMSRA) के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर बुधवार को जिले के सैकड़ों दवा प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी और कॉरपोरेट परस्त नीतियों के खिलाफ ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स (सेल्स प्रमोशन कर्मचारी) ने पूरे दिन प्रचार-प्रसार कार्य बंद रखते हुए सामूहिक रूप से प्रदर्शन कर अपनी एकजुटता का परिचय दिया।
प्रदर्शन के उपरांत प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित 29 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें सेवा सुरक्षा, श्रम अधिकारों और कार्य परिस्थितियों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया।
ज्ञापन की प्रमुख माँगें:
चारों श्रम संहिताओं (Labour Codes) को रद्द किया जाए,
बिक्री संवर्धन कर्मचारी अधिनियम 1976 की बहाली,
निश्चित अवधि रोजगार (FTE) पर रोक,
जबरन छंटनी और अनुचित स्थानांतरण पर प्रतिबंध,
समय पर वेतन व बोनस का भुगतान,
ESIC, EPF और सामाजिक सुरक्षा का संपूर्ण लाभ,
ईंधन दरों के अनुसार यात्रा भत्ता निर्धारित किया जाए,
दवा प्रतिनिधियों को अपराधी साबित करने की कोशिशें रोकी जाएं।
प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार और कंपनियाँ जल्द समाधान नहीं करतीं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
UPMSRA फर्रुखाबाद यूनिट के पदाधिकारियों में अध्यक्ष संगीत त्रिपाठी, सचिव कपिल दिवाकर, अभिषेक शुक्ला, रोशन यादव, भूपेंद्र सिंह, हरगोविंद सैनी, हिमांशु दुबे, रबसान अली, दिव्यांशु दुबे, प्रभाकर शुक्ला, संजीव श्रीवास्तव, शिवेंद्र शुक्ला, संजीव वर्मा, शेर सिंह, संदीप अग्निहोत्री, प्रशांत तिवारी, रोहित कुमार, शिवम दुबे, अनूप द्विवेदी, सौरभ श्रीवास्तव, शिवम शर्मा, नवीन गुप्ता, अनुज सोमवंशी समेत आधा सैकड़ा से अधिक प्रतिनिधि मौजूद रहे।