- विभाग में मचा हड़कंप
फर्रुखाबाद। जनपद की तेजतर्रार व निष्पक्ष छवि वाली पुलिस अधीक्षक श्रीमती आरती सिंह ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि उनकी कार्यशैली में लापरवाही और भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। जनता की सुरक्षा और न्याय की प्राथमिकता को सर्वोपरि मानते हुए उन्होंने नवाबगंज थाना क्षेत्र के दो प्रमुख पुलिसकर्मियों सहित चार सिपाहियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है, जिससे पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।
एसपी आरती सिंह ने नवाबगंज के थाना प्रभारी विद्यासागर तिवारी और बबना चौकी इंचार्ज योगेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई ग्राम रामनगर में हुए दिनदहाड़े हत्याकांड के मामले में लापरवाही और संदिग्ध भूमिका के आधार पर की गई है। साथ ही, थाना मऊदरवाजा के सिपाही विकास कुमार व सचिन कुमार और कादरीगेट थाने के सिपाही कुलदीप कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इन सिपाहियों पर अवैध वसूली की लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
एसपी आरती सिंह की गिनती उन ईमानदार अफसरों में होती है जिन्होंने जनहित और कानून व्यवस्था को लेकर कभी भी समझौता नहीं किया। चाहे अपराधियों पर सर्जिकल स्ट्राइक हो या पुलिस महकमे के भीतर अनुशासन बहाल करना—उन्होंने हर बार साहसिक फैसले लेकर अपने प्रशासनिक कौशल का परिचय दिया है।
इस बार भी उन्होंने यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया है कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी अपने दायित्वों से विमुख होगा या जनता का शोषण करेगा, तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
एसपी की इस त्वरित और कठोर कार्रवाई से जहां पुलिस महकमे में आत्मचिंतन का दौर शुरू हो गया है, वहीं आम जनता में पुलिस प्रशासन को लेकर एक सकारात्मक विश्वास उत्पन्न हुआ है। स्थानीय नागरिकों ने भी एसपी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे अफसर ही कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बना सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो एसपी आरती सिंह ने विभागीय स्तर पर और भी निगरानी बढ़ा दी है। थाना स्तर पर अनियमितता, भ्रष्टाचार या लापरवाही की किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।