– रातभर होती है बिजली कटौती, पावर हाउस के कर्मचारी तक नहीं उठाते कॉल – जनता में भारी नाराजगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिजली संकट विकराल होता जा रहा है। कपूरथला और चांदगंज जैसे वीआईपी इलाकों में भी अब घंटों बिजली गुल रहना आम बात हो गई है। सबसे गंभीर बात यह है कि शिकायत के बावजूद निराला नगर और कपूरथला पावर हाउस के कर्मचारी कॉल तक रिसीव नहीं करते, जिससे उपभोक्ताओं में भारी नाराजगी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर रात बिजली कई बार काटी जाती है, और कभी-कभी तो लगातार 3-4 घंटे तक सप्लाई बाधित रहती है। गर्मी और उमस के बीच नागरिकों को नींद पूरी करना मुश्किल हो गया है। बच्चे, बुजुर्ग और बीमार सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री खुद राजधानी के हालात से वाकिफ हैं, लेकिन अब वो भी समस्याओं के समाधान को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
न सिर्फ कपूरथला और चांदगंज, बल्कि अलीगंज, महानगर, गोमती नगर, इंदिरा नगर और हजरतगंज जैसे कई इलाकों से भी विद्युत कटौती की दर्जनों शिकायतें सामने आ रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों की तरह अब शहरी क्षेत्र भी अघोषित बिजली कटौती से त्रस्त हैं। नागरिकों का कहना है कि उन्होंने UPPCL और पावर हाउस के अधिकारियों को बार-बार शिकायतें भेजीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
यह बिजली संकट न सिर्फ लखनऊ की प्रशासनिक स्थिति पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि सरकार के 24 घंटे बिजली आपूर्ति के दावों की सच्चाई भी उजागर करता है। जनता अब जवाब मांग रही है – आखिर राजधानी में भी कब तक अंधेरे में जिएगा आम आदमी?