अमृतपुर (फर्रुखाबाद): ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधि अधिकारी और उत्तर प्रदेश के मुखिया तक गंभीर दिखाई देते हैं। परंतु किसी-किसी क्षेत्र में ना तो यह अधिकारी ही सक्रिय हैं और ना ही जनप्रतिनिधि। ऐसा ही एक मामला अमृतपुर थाने के अंतर्गत कस्बे का है। जहां बस अड्डे पर भाजपा विधायक सुशील कुमार शाक्य की तरफ से रोड लाइट लगाई गई थी। इस लाइट से चारों तरफ उजाला होता था और दुकानदारों की दुकाने चोर उचक्कों से बची रहती थी। परंतु 2 वर्षों से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया।
जब अमृतपुर बस अड्डे पर यह लाइट लगी थी तो इससे हर तरफ उजाला होता था और आने जाने वालों को सुविधा रहती थी। परंतु अब बरसों से खराब पड़ी इस लाइट की शिकायत कई बार जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारियों तक की गई। लेकिन कोई परिणाम सामने नहीं आया।
यहां के दुकानदार ने बताया कि उसने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान जिला पंचायत सदस्य से एवं विधायक सुशील कुमार शाक्य से भी फरियाद की कि वह लगी हुई लाखों रुपए की लाईट को सही करा दें। जिससे बस स्टैंड पर रोशनी हो सके। क्योंकि देर सवेर आने वाले लोग यहां वहां से आते हैं और फिर अपने घरों को जाते हैं। जब यह रोशनी होती है तो आने जाने वालों के लिए सुविधा रहती है। लेकिन जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक इस सुनवाई से मुंह मोड़े हुए है।
जब यह लाखों रुपए की लागत से लाइट लगी थी तो इस तरफ ध्यान क्यों नहीं दिया जाता। जबकि इसे ठीक करने में थोड़ा ही खर्च होगा और यह लाइट पुनः सक्रिय हो जाएगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि बस अड्डे पर लगी इस लाइट को जल्द से जल्द सही कराया जाए।