लखनऊ। भाजपा के महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह जी की माताजी का निधन हो गया, लेकिन इस दुखद समाचार के बीच भी उन्होंने अपने संगठनात्मक कर्तव्यों को प्राथमिकता दी।
मिली जानकारी के अनुसार, धर्मपाल सिंह जी उस समय एक महत्त्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग ले रहे थे। माताजी के निधन की सूचना मिलने के बावजूद उन्होंने न बैठक छोड़ी, न किसी को इसकी भनक लगने दी।
धर्मपाल सिंह का यह व्यवहार न केवल उनके अनुशासन को दर्शाता है, बल्कि संगठन के प्रति उनकी अटूट निष्ठा और व्यक्तिगत बलिदान की भावना को भी उजागर करता है। संगठन के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व ने इस घटनाक्रम पर गहरा सम्मान व्यक्त किया है।
धर्मपाल सिंह के इस समर्पण भाव से यह संदेश भी गया कि संगठन सर्वोपरि है और व्यक्ति अपने कर्तव्यों को कैसे निभा सकता है, यह उन्होंने एक मिसाल के रूप में प्रस्तुत किया।