अनुराग तिवारी (विशेष संवाददाता)
औरैया: जिले में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत एक प्रतिष्ठित सोलर एजेंसी “शिव शक्ति इंटरप्राइजेज” साइबर ठगों के निशाने पर आ गई। यह घटना दर्शाती है कि साइबर ठग कितने संगठित और तकनीकी हो चुके हैं। डिजिटल युग में जहां कारोबार तेजी से ऑनलाइन हो रहा है, वहीं जोखिम भी उतना ही बढ़ गया है। ऐसे में व्यवसायियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। टाटा सोलर कंपनी के नाम पर फर्जी दस्तावेजों, मेल और फोन कॉल के माध्यम से एजेंसी को बड़े व्यापारिक समझौते का झांसा देकर ठगों ने कुल ₹13 लाख की ठगी की। यह ठगी कई किश्तों में बैंक ट्रांसफर के माध्यम से की गई।
एजेंसी के डायरेक्टर गौरव मिश्रा ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि ठगों ने खुद को टाटा सोलर के आधिकारिक प्रतिनिधि बताते हुए संपर्क किया। और एक आकर्षक व्यापारिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। शुरूआती बातचीत मेल के माध्यम से हुई, जिसमें एक पेशेवर टोन, टाटा कंपनी का लोगो, और बिल्कुल वास्तविक लगने वाले दस्तावेज शामिल थे।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
सायबर ठगों ने टाटा सोलर के नाम और लोगो का प्रयोग करते हुए एक फर्जी एजेंसी एग्रीमेंट भेजा। मेल में लिखा था कि अगर “शिव शक्ति इंटरप्राइजेज” कुछ अग्रिम भुगतान करती है, तो उसे टाटा सोलर का डिस्ट्रिब्यूटरशिप लाइसेंस मिलेगा और उत्तर प्रदेश क्षेत्र में विशेष अधिकार दिए जाएंगे। इसके बाद फोन कॉल पर तथाकथित सीनियर मैनेजर ने बात की, जिससे भरोसा और मजबूत हुआ। आरोपियों ने बैंक अकाउंट नंबर भेजकर ₹13 लाख से अधिक की रकम कई चरणों में ट्रांसफर करवा ली। रुपए भेजने के कुछ दिन बाद मेल और कॉल दोनों बंद हो गए।
गौरव मिश्रा ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत सायबर क्राइम थाना, औरैया में की है। पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है और संबंधित बैंक खातों की जांच के साथ IP ऐड्रेस, कॉल डिटेल और मेल ट्रैकिंग शुरू कर दी है।
गौरव मिश्रा का बयान:
“शुरुआत में सब कुछ बहुत प्रोफेशनल लगा। हमने दस्तावेज़, जीएसटी नंबर, CIN नंबर तक मांगा, जो फर्जी थे लेकिन दिखने में बिल्कुल असली। जब संपर्क टूट गया, तब जाकर समझ आया कि ठगी हो चुकी है। हमारी एजेंसी वर्षों से जिले में ईमानदारी से काम कर रही है, यह हमारे लिए बड़ा झटका है।”
प्रशासन व व्यापार मंडल से मांग
“औरैया जिले के व्यापारिक संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से अपील की है कि ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई हो और व्यापारियों के लिए सायबर जागरूकता अभियान चलाया जाए।”
साइबर ठगी से कैसे बचें? – कुछ जरूरी सावधानियां
1. ऑफिशियल वेबसाइट से ही कंपनी की पुष्टि करें।
2. किसी भी प्रकार की पेमेंट से पहले डील का फिजिकल वेरिफिकेशन करें।
3. फर्जी मेल आईडी और डोमेन नेम को गौर से जांचें – जैसे @tatasolar.org और @tatapower.com में अंतर होता है।
4. GST नंबर, कंपनी CIN, और मालिकाना जानकारी MCA की वेबसाइट पर चेक करें।
5. अगर जल्दबाजी में कोई बड़ा डिस्काउंट या ऑफर दिया जा रहा है, तो यह शक का विषय हो सकता है।
6. साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर तुरंत जानकारी दें।
जिले के अन्य व्यापारी और संस्थाएं भी ऐसे जालसाजों से सतर्क रहें। पुलिस व प्रशासन को चाहिए कि व्यापारिक वर्ग के लिए विशेष सायबर सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। आज जहां डिजिटल इंडिया के तहत ऑनलाइन सिस्टम से व्यापार तेजी से हो रहा है, वहीं सायबर अपराधी भी तकनीक का दुरुपयोग कर आम जन व प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं।“शिव शक्ति इंटरप्राइजेज” के साथ हुआ यह मामला न सिर्फ एक एजेंसी की प्रतिष्ठा से जुड़ा है, बल्कि पूरे जिले में सोलर सेक्टर में काम कर रहे अन्य संस्थानों के लिए भी चेतावनी है। अगर आपको भी कोई संदिग्ध कॉल, मेल या व्यापारिक प्रस्ताव मिले, तो तुरंत रिपोर्ट करें:
👉 www.cybercrime.gov.in
👉 हेल्पलाइन: 1930