– पुलिस व्यवस्था पर उठे सवाल
प्रयागराज | प्रयागराज में रविवार को भीम आर्मी प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद की नजरबंदी के विरोध में हजारों समर्थकों ने शहर में हिंसा और तोड़फोड़ कर दी। करीब 5000 समर्थकों ने एक साथ कई इलाकों में उत्पात मचाया, जिससे शहर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रदर्शनकारियों ने 20 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त किया, कई पुलिस वाहनों को पलट दिया और आम लोगों के वाहनों पर भी पत्थरबाजी की। महिलाओं और बच्चों पर भी पत्थर फेंके गए, जिससे कई लोग घायल हो गए।
स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश का माहौल व्याप्त है। चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने रविवार सुबह उनके प्रयागराज आगमन से पहले नजरबंद कर लिया था, जिससे गुस्साए समर्थकों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में हुई इस हिंसा को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार वर्मा ने टिप्पणी करते हुए कहा – “आखिर बच्चों और आम नागरिकों पर पत्थर किसकी लापरवाही से पड़े? जिम्मेदार अफसरों के हाथ से व्यवस्था बिल्कुल निकलती जा रही है। ऐसे उपद्रवियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है। पुलिस द्वारा दोषियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।