🔴 गंगोह विधायक चौधरी किरत सिंह गुर्जर पर समलैंगिक होने और लड़की के शोषण का आरोप
🔴 कोमल गुर्जर ने पेश किए दस्तावेजी सबूत, गुर्जर समाज की महापंचायत बुलाने पर पुलिस ने की रोकथाम
सहारनपुर। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महिला नेत्री कोमल गुर्जर ने पार्टी के वरिष्ठ विधायक और गंगोह क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने वाले चौधरी किरत सिंह गुर्जर पर समलैंगिक संबंधों और एक युवती के शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। कोमल ने विधायक के खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य होने का दावा करते हुए गुर्जर समाज की महापंचायत बुलाने की घोषणा की थी, जिसे पुलिस प्रशासन ने “विधायक के दबाव में आकर” रोक दिया।
कोमल गुर्जर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि— “विधायक चौधरी किरत सिंह गुर्जर लंबे समय से समलैंगिक संबंधों में लिप्त हैं और एक युवती के साथ यौन शोषण का मामला भी सामने आया है। मेरे पास सारे सबूत मौजूद हैं, जिन्हें मैं समाज के सामने रखना चाहती थी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक का व्यवहार न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि महिला विरोधी भी है, और इससे गुर्जर समाज की छवि भी खराब हो रही है।
कोमल गुर्जर ने शुक्रवार को गुर्जर समाज की महापंचायत गंगोह क्षेत्र में आयोजित करने की घोषणा की थी, जिसमें वह सभी सबूत सार्वजनिक करने वाली थीं। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर पंचायत को रोक दिया, और वहां पहुंचे लोगों को जबरन खदेड़ दिया गया।
आरोप है कि यह कार्रवाई विधायक के दबाव में की गई, ताकि सच जनता तक न पहुंचे। घटनाक्रम के कुछ ही घंटे बाद BJP प्रदेश नेतृत्व ने कोमल गुर्जर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता और छवि धूमिल करने की साजिश बताया।
हालांकि कोमल ने इसे राजनीतिक दबाव में उठाया गया कदम बताया, और कहा कि, “मैं किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगी, समाज और सच्चाई के लिए लड़ती रहूंगी।”
अब तक विधायक चौधरी किरत सिंह गुर्जर की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि ये आरोप बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद गुर्जर समाज के भीतर नाराजगी और राजनीतिक हलकों में तीखी चर्चा देखी जा रही है। विपक्षी दलों ने भी भाजपा पर आंतरिक गुटबाजी और महिला विरोधी रवैये का आरोप लगाया है।