🔶 खबर चलाने पर भड़का वन दारोगा आदित्य शर्मा, डीएम के लिए भी की अशोभनीय टिप्पणी
🔶 खैर के पेड़ों की अवैध कटान में फंसा था मामला, DFO ने पहले ही कई कर्मचारियों को किया था निलंबित
मुज़फ्फरनगर— जिले में वन विभाग से जुड़ी बड़ी लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले ने उस समय और तूल पकड़ लिया जब वन दारोगा आदित्य शर्मा ने पत्रकारों के साथ खुलेआम बदसलूकी और गुंडागर्दी की। अवैध खैर कटान की खबर प्रकाशित होने के बाद नाराज वन दारोगा ने डंडा लेकर मीडियाकर्मियों को दौड़ाया, साथ ही जिलाधिकारी के प्रति भी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
मामला सामने तब आया जब मीडियाकर्मियों की टीम जंगल में खैर की अवैध कटाई की ग्राउंड रिपोर्ट कर रही थी। तभी वन दारोगा आदित्य शर्मा मौके पर पहुंचे और गुस्से में आपा खो बैठे। उन्होंने पहले मीडियाकर्मियों से कैमरा बंद करने को कहा और फिर डंडा लहराते हुए उन्हें धमकाते हुए पीछे दौड़ाया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आदित्य शर्मा ने चिल्लाते हुए कहा – “जाओ, कह दो डीएम को, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता!”
इस पूरा घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे जनता में आक्रोश और प्रशासन की किरकिरी दोनों देखने को मिल रही है।
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में वन विभाग के क्षेत्र में खैर के करोड़ों रुपये मूल्य के पेड़ों की अवैध कटाई हुई है। इस पर जब खबरें सामने आईं तो DFO (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) ने कार्रवाई करते हुए कई कर्मचारियों को निलंबित किया था।
आदित्य शर्मा का नाम भी इसी प्रकरण में संदिग्ध भूमिका को लेकर चर्चा में था, और इसी को लेकर जब मीडियाकर्मी रिपोर्टिंग करने पहुंचे तो उन्होंने आपा खो दिया।
स्थानीय पत्रकार संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जिलाधिकारी से वन दारोगा के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई की मांग की है।
“पत्रकारों को धमकाकर सच छिपाने की कोशिश लोकतंत्र पर हमला है,” पत्रकार संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा।
जिलाधिकारी कार्यालय ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि रिपोर्ट तलब की जा रही है, और यदि जांच में दोष सिद्ध हुआ तो आदित्य शर्मा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।