-शाहू जी ने किया सामाजिक न्याय और समानता का मार्ग प्रशस्त
कानपुर: सामाजिक न्याय और समानता के प्रणेता राजर्षि छत्रपति शाहू जी महाराज (Chhatrapati Shahuji Maharaj) की जयंती (birth anniversary) के अवसर पर कानपुर में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा को पटेल चौक बर्रा चौराहे से कानपुर इंडस्ट्रियल कोऑपरेटिव के चेयरमैन श्री विजय कपूर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शोभायात्रा में अन्य पिछड़ा वर्ग और दलित समुदाय से जुड़े कई संगठनों के प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। सैकड़ों कारों, बाइकों और रथ के साथ यात्रा निकाली गई, जो शांतिपूर्ण ढंग से अपने निर्धारित मार्ग से होते हुए विश्वविद्यालय परिसर की ओर बढ़ी। मार्ग में जगह-जगह पर श्रद्धालुओं और नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर शाहू जी महाराज के जयघोष के साथ स्वागत किया।
विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचने पर छत्रपति शाहू जी महाराज की आदमकद प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर “ऋतु आए फल होए” नामक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसे शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. पद्मा पाटिल ने लिखा है।
मुख्य अतिथि पूर्व सांसद राजा राम पाल और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी कमलेश कटियार ने अपने संबोधन में कहा कि शाहू जी महाराज ने शिक्षा, आरक्षण, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए। वे एक ऐसे युगद्रष्टा थे जिन्होंने दबे-कुचले वर्गों को सम्मान दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया।
स्वच्छता को लेकर आक्रोश
इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल और प्रतिमा परिसर में फैली भीषण गंदगी और दुर्गंध को लेकर प्रबुद्ध नागरिकों में भारी आक्रोश देखा गया। समाजसेवियों और आगंतुकों ने इसे छत्रपति शाहू जी महाराज का अपमान बताया और विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। नारेबाजी के बाद सफाईकर्मियों को बुलवाकर सफाई करवाई गई। उपस्थित जनसमूह ने प्रदेश शासन और कुलाधिपति से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रदीप कटियार, डॉ. अनिल कटियार, कैलाश उमराव, जे.एन. कटियार, शैलेन्द्र पटेल, फूलचंद्र उमराव काका, शशिकांत सचान, पावेन्द्र पटेल, क्रांति कुमार कटियार, सुमन कटियार, गीता पटेल, प्रो. वी.एन. पाल, पवन कुमार वर्मा, इंजीनियर अतुल सचान, प्रभात सिंह वर्मा, सोहित कटियार, डॉ. यशवंत कटियार, क्षेदा लाल शास्त्री, जितेंद्र सचान, राजेंद्र सिंह विद्यार्थी, अरविंद उमराव, सुरेश सचान, ममता सचान, प्रीति पटेल, रश्मि सचान, मो. अकरम अंसारी, संदीप उत्तम, राम आसरे कटियार सागर, बेनी सचान, राजेंद्र वर्मा, सुनील कटियार और सैकड़ों गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
इस शोभायात्रा और आयोजन के माध्यम से छत्रपति शाहू जी महाराज के विचारों को जनमानस तक पहुंचाने का एक प्रभावशाली प्रयास किया गया।