फर्रुखाबाद: शहर की नई महायोजना में कई बदलाव किए गए हैं, जिनमें सबसे अहम बदलाव ठंडी सड़क (Thandi Sadak) पर स्थित कब्रिस्तान (Graveyard) को लेकर है। अब यह कब्रिस्तान केवल अपनी वास्तविक भौगोलिक सीमा (actual geographical extent) तक सीमित रहेगा। पहले जिस भूखंड को कब्रिस्तान के लिए आरक्षित बताया गया था, उसे अब तालाब या जल-स्रोत क्षेत्र (वाटर बॉडी) घोषित कर दिया गया है।
इस बदलाव के तहत केएम हाउस तक फैले इलाके को जलाशय के रूप में दर्शाया गया है। इसके अलावा, लालगेट से मिशन अस्पताल के बीच की पट्टी, जो पहले आवासीय क्षेत्र में थी, अब मार्केट ज़ोन में बदल दी गई है। इससे व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और नई दुकानों व शोरूम के निर्माण का रास्ता खुलेगा।
महायोजना में पांच ऐसे क्षेत्र भी शामिल हैं जिन्हें पहले पार्क या ओपन स्पेस घोषित किया गया था, लेकिन अब वहां के बने मकानों को वैध मानते हुए नक्शे पास किए जाने की अनुमति दे दी गई है। यह शहरी नियोजन में लचीलापन तो दर्शाता है, लेकिन यातायात और पर्यावरणीय प्रभाव पर ध्यान देना अनिवार्य होगा।