मुकेश राजपूत
9 जून 2025 को देश के यशस्वी और तपस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में भारत सरकार अपने ग्यारह वर्ष पूर्ण कर चुकी है। इन पिछले 11 सालों में दुनियॉ ने भारत की आर्थिक और सामरिक शक्ति को देखा है। लोगों के रहन सहन में बदलाव आया है विगत 11 वर्षों में देश का नागरिक स्वच्छता के प्रति संवेदनशील हुआ है गरीब कल्यान को लेकर नरेन्द्र मोदी जी ने कुछ ऐसी योजनाएं शुरू की जो युग परिवर्तिनकरी हैं।
इस साल के आरंभ में प्रयागराज में महाकुम्भ का सफल आयोजन हुआ था। वहॉ छोटे से छोटा रेहडी वाला भी यू0पी0आई0 से पेमेंट ले रहा था। रेहडी पट्टी वालों से बातचीत करने में पता चला कइयों के खातों में एक लाख से उपर बचत हो गई है। अधिकांश हिस्से को बचत के स्वरूप सुरक्षित कर लेता है। पहले ये संभव नहीं था यह चमत्कार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन धन योजना और डिजिटल पेमेण्ट की क्रांति के कारण संभव हो पाया है, यदि जन धन योजना में गरीब रेहडी वाले का बैंक खाता जीरो बैलेंस पर न खुलता तो शायद वह कभी भी बैंक खाता खोलने का सपना नहीं देख पाता।
अगस्त 2014 में प्रधानमंत्री बनने के चन्द महीनों बाद मोदी जी ने जन धन योजना की शुरूआत की। आरंभ में विपक्ष ने इस योजना को लेकर मोदी सरकार का उपहास उड़ाया लेकिन योजना के तहत 55 करोड़ से उपर खाते खुले जिनमें ग्रामीण और कस्बों में लगभग 36.63 करोड़ खाते है। इन खातों में 2.30 लाख करोड़ रूपये की धनराशि जमा है। अच्छी बात यह है कि इसमें 55.6प्रतिशत यानी 29.37 करोड़ खाते महिलाओं के नाम पर हैं।
यह भी सच है कि दिसम्बर 2023 में 20 प्रतिशत खाता निष्क्रीय थे। हालांकि निष्क्रीय खातों मेें भी 12779 करोड़ रूपये की धनराशि जमा है। डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में जब क्रांति आयी तो सबसे बडा गेम चेंजर यू0पी0आई0 पेमेंट बना है।इस बिधि के उपयोग से पैसा सीधे बैंक खाता में जाता है। यदि जन धन योजना में इतनी बडी संख्या में बैंक खाते न खोले गये होते तो शायद यू0पी0आई0 पेमेंट सफल नहीं हो पाता आज छोटे से छोटा पेमेंट भी यू0पी0आई0 से संभव है और मेरे छोटे कारोबारी भी बचत करने लगे जिससे उनके रहन सहन में भी सुधार हुआ है।
मुझे याद है जब मै छोटा था अपने गॉव जाता था तब गॉव के अधिकांश लोग खुले में शौंच के लिए जाते थे जिन्हें हम अपनी क्षेत्रीय बोली में कहते थे कि जंगल फिरने जा रहे हैं हमारी माता बहनों के लिए तो शौच जाने का एक निश्चित समय होता था। या तो सुबह अधेरे में या शाम को सूरज छिपने के बाद शौच के लिए खेतों में जा सकती थीं। इससे ज्यादा पीडादायक उनके जीवन में कुछ नही था। ऐसा नहीं कि मोदी सरकार ही पहली बार स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजना लेकर आई लेकिन ईमानदारी से किसी ने इस मिशन को पूरा किया तो वो है मोदी सरकार।2 अक्टूबर 2014 को मोदी जी ने गॉधी जयंती पर स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की थी।
आज 9.63 करोड़ से अधिक शौचालय बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है। यह एक ऐसा कदम है जिससे महिलाओं के जीवन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आया। भारत के सिर से एक कलंक भी मिट गया।
भारत रत्न अटल जी की सरकार आने से पहले मुझे याद है जब भी मैं सड़क मार्ग से एक से दूसरे शहर की यात्रा करता था एक सिंगल रोड हुआ करती थी यात्रा बडी कष्टदायक और जोखिम भरी हुआ करती थी और समय भी बहुत लगता था बाजपेयी सरकार ने देश में स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की शुरूआत की लेकिन वर्ष 2014 में मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के यशस्वी सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी जी ने तो सड़क निर्माण में एक अभूतपूर्व क्रांति ही ला दी। अच्छी सड़कों के निर्माण ने न्यू इंडिया में गेम चंेजर का काम किया है। आज कनेक्टिविटी के मामले में भारत विकसित देशों से पीछे नहीं है देश में एक्सप्रेस-वे और हाई-वे का जाल बिछा हुआ है। अच्छी सड़कों का लाभ खास के साथ आम भारतीय को भी हुआ है।
आजादी के 67 सालों बाद भी भारत वर्ष के अधिकांश गावों में बिजली नहीं थी लोगों का शहरों की चकाचौंध देखकर ग्रामीण क्षेत्रों से पालयन हो रहा था गॉवों मेे मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। गॉव तो दूर शहरों में भी विद्युत आपूर्ति में संकट था ग्रामीण क्षेत्रांे में विद्युतीकरण नहीं था कुछ वीआईपी जिलों को छोड़कर पूरा देश अंधेरे में जी रहा था।
परन्तु2014 के बाद मोदी जी ने प्रधान मंत्री बनने के बाद देश की विद्युत व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन हुआ भारत के शत प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण हुआ विद्युत उत्पादन में बृद्धि हुई गॉव – गॉव रोशन हुआ उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना फीडर सेपरेशन से आज भारत वर्ष के गॉव जगमगा रहे हैं।गॉव में घर घर में टीवी, फ्रिज, आ गये है समर लग गई है।
हरित ऊर्जा क्षेत्र में शामिल भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हुआ। प्रधानमंत्री मोदी जी के पास एक मजबूत नवीकरणीय ऊर्जा इको सिस्टम बनाने का स्पष्ट दृष्टिकोण था जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने स्बच्छ ऊर्जा के वैश्विक प्राथमिकता बनने से बहुत पहले बड़े पैमाने पर सौर परियोजनाओं का बीड़ा उठाया था। 2014 में प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद उन्होंने उस विजन को राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढाया।
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भारत नेन केवल महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किये हैं, बल्कि दृढ़ संकल्प, नवाचार और बेजोड़ प्रदर्शन के साथ उन्हें हासिल भी किया है। हम विश्व में सौर ऊर्जा क्षेत्र में तीसरे स्थान पर है। 232 गीगावाट से अधिक उत्पादन क्षमता में संयत्र स्थापित हो चुका है और 176 गीगावाट के संयत्र निर्माणाधीन है 2014 से पहले सिर्फ 2.63 गीगावाट का उत्पादन सौर ऊर्जा क्षेत्र मे था जो अब बढकर 108 गीगावाट से अधिक हो गई है 41 गुना की आश्चर्य जनक वृद्धि है पवन ऊर्जा क्षमता भी 51 गीगावाट को पार कर गई है। प्रधानमंत्री के विजन के तहत पी0एम0 सूर्य घर मुफ्त विजली योजना एक परिवर्तनकारी पहल बन गई है।
पी0एम0 कुसुम योजना किसानों को कृषि कार्य हेतु प्रोत्साहित कर रही है। आज हमारा देश विद्युत उत्पादन में आत्म निर्भर है और बिजली समस्या से दूर है।
हमें वह दिन भी याद है जब दो बोरी सीमेंट खरीदने के लिए तहसीलदार से परमिट लेना पड़ता था चीनी भी कंट्रोल की दुकान से मिलती थी एलपीजी कनेक्शन, टेलीफोन कनेक्शन लेने के लिए या तो किसी सांसद से मांगो अथवा दो-चार महीने इंतजार करो।
इंडिया अन्बौंड्स नामक किताब के लेखक गुरुचरणदास ने इस किताब में लिखा कि किसी कंपनी को ज्यादा मंजन बनाने की आवश्यकता होती थी तो भारत सरकार से स्वीकृति लेनी पड़ती थी ज्ञात हो इस किताब के लेखक 60 और 70 के दशक में च्-ळके ब्म्व्रहे हैं।
देश के उद्योगपति भी परेशान थे इंस्पेक्टर नीति के कारण भ्रष्टाचार का बोलबाला था। तय सीमा से अधिक उत्पादन करने पर उद्योगपतियों की सरकार से स्वीकृति लेनी पड़ती थी पहले कोई महामारी देश में फैलती थी तो हम लोग विदेश से आयातित वैक्सीन पर निर्भर रहते थे वर्षों इंतजार करने के बाद भारत को वैक्सीन मिल पाती थी परंतु अब कोविड-19 जैसी महामारी काल में भारत ने सबसे पहले स्वयं वैक्सीन बनाई और 100 से अधिक देशों को भी भारत में बनी वैक्सीन निर्यात की अब भारत में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं आज एम्स की संख्या बढ़कर 23 हो गई है आयुष्मान योजना से अंतर्गत 40.71 करोड़ स्वास्थ्य बीमा कार्ड जारी किए गए सभी राज्यों में 11000 से अधिक शहरीय स्वास्थ्य और वैलनेस सेंटर खुलवाए गए हैं। स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे पर 64180 करोड रुपए का निवेश किया जा रहा है सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला रही है 8 नए आईआईएम 7 नए आईआईटी 490 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाना, विश्व स्तरीय काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल परियोजना और अयोध्या में भव्य प्रभु राम मंदिर अब सपना नहीं बल्कि हकीकत बन चुका है, नारी शक्ति बंधन अधिनियम से लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिला है तीन तलाक जैसे कानून समाप्त किए गए हैं।
योगी सरकार की हर योजना के केंद्र में जनकल्याण और आम नागरिक के जीवन को आसान करने के साथ साथ देश को वैश्विक स्तर पर नए आयाम देने की भावना रही है सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर जैसे कई ऑपरेशन चला कर आतंकी ठिकानों और उनके एयरबेस को तबाह करके यह दिखा दिया कि अब मोदी का यह नया भारत शांति वार्ता नहीं अभी घर में घुसकर आतंक का सफाया करने की शक्ति भी रखता है।
राष्ट्र को परम वैभव दिलाने के लिए संकल्पित मोदी सरकार ने रक्षा निर्यात में भी 34 गुना वृद्धि की है हमारा संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद भी बहुत पिछड़ा क्षेत्र हुआ करता था परंतु विगत 11 वर्षों में एक राष्ट्रीय राजमार्ग 730 सी मिलने से फर्रुखाबाद भी नेशनल हाईवे से जुड़ गया सभी प्रमुख मार्गो का चौड़ीकरण होकर 7 मीटर और 10 मीटर चौड़ी सड़के बन गई हैं। 99 प्रतिशत गांव को सड़क मार्ग से जोड़ दिया गया है। शत-प्रतिशत गांव में विद्युतीकरण हो गया है। गंगा व रामगंगा पर नए पुलों का निर्माण हुआ एवं जनपद दो आरोबी बन चुके हैं।
गंगा को स्वच्छ रखने के लिए अत्याधुनिक स्नान घाटों का निर्माण हो रहा है। एसटीपी प्लांट बनकर तैयार हो गया है फर्रुखाबाद की रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण पूर्ण हो गया है रेलवे स्टेशन का भव्य निर्माण चल रहा है दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद आदि प्रमुख शहरों के लिए फर्रुखाबाद से सीधी रेल सेवा उपलब्ध है कालिंदी ट्रेन पहले 15 कोच की हुआ करती थी अब 22 कोच की हो गई है, फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेस वे की स्वीकृति होकर कार्य चालू हो गया है, खिमसेपुर में उद्योगों की स्थापना का हब बन गया है जल्द ही फर्रुखाबाद विकास प्राधिकरण भी बनने वाला है विगत 11 वर्षों में मोदी सरकार ने सेवा को संकल्प बनाया है सुशासन को संस्कृति और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है यही है नया भारत यही है विश्व का विश्वास, मोदी सरकार विकसित भारत के लिए दृढ़ संकल्पित है।