– बोली बेटी महिला सशक्तिकरण की बहुत हुईं फर्जी बातें, अब अपने पापा की हत्या का हिसाब जंग से लूंगी
कानपुर/कन्नौज: छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन डॉ. उमेश चंद्र कटियार की हत्या का राज़ आज भी अधूरा है। उनकी बेटी स्वाति कटियार इस अधूरे सच और टूटे न्याय के बीच रोज लड़ रही है — अकेली नहीं, पूरे साहस और संकल्प के साथ।बोली बहुत देख लिया महिला सशक्तिकरण का फर्जी नारा, अब पापा की हत्या का हिसाब जंग से लूंगी।
जहाँ एक ओर देश और प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की बातें जोर-शोर से हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर एक शिक्षित बेटी स्वाति अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए छह महीने से पुलिस और प्रशासन के दरवाज़े खटखटा रही है, लेकिन सुनवाई शून्य है।
स्वाति बोली — “मेरे पापा डॉक्टर थे, किसी का बुरा नहीं किया… फिर क्यों मार डाला?”
स्वाति की आंखों में आंसू हैं, लेकिन आवाज़ में लरज नहीं है। वह स्पष्ट कहती है:
“मेरे पापा नेकदिल इंसान थे। लोगों की सेवा करते थे। उनके साथ जो हुआ, वह इंसानियत पर धब्बा है। मैं इस लड़ाई को आखिरी सांस तक लड़ूंगी।”
स्वाति का कहना है कि उन्होंने राज्य मंत्री असीम अरुण तक भी प्रार्थना पत्र पहुंचाया, पुलिस अधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन किसी ने अब तक ठोस कदम नहीं उठाया।
अगर एक डॉक्टर की बेटी को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़े, तो आम बेटियों की क्या हालत होती होगी?” – स्वाति का सीधा सवाल सरकार से।
स्वाति की इस जंग में अब समाज खड़ा हो गया है। अपना दल नेता दिनेश कटियार,की अगुआई मे तमाम युवाओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय की इस आवाज़ को जनआंदोलन बनाने की बात कही।
बेटी स्वाति की मांगें हैँ कि पिता कि हत्या की निष्पक्ष व तेज़ जांच हो,साजिशकर्ताओं को बेनकाब किया जाए,परिवार को सरकारी सुरक्षा और सहायता दी जाए, शासन-प्रशासन की निष्क्रियता पर कार्रवाई हो
“मैं डरने वाली नहीं हूं” — स्वाति का संकल्प
स्वाति कटियार ने शपथ ली कि:
मैं किसी दबाव में नहीं आऊंगी। अगर सिस्टम चुप रहेगा, तो मैं खुद को आवाज़ दूंगी और इस अन्याय को पूरे समाज के सामने लाऊंगी।
स्वाति कटियार की कहानी आज हर उस बेटी की आवाज़ बन सकती है, जो अपने परिवार के लिए न्याय मांग रही है। यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं, बल्कि उस पूरे समाज की परीक्षा है जो महिला सशक्तिकरण की बातें करता है। क्या अब भी सरकार और प्रशासन जागेगा।
एसपी के कई बार गुहार लगाने के बाद सुनवाई न होने पर स्वाति सी एम दरवार मे पेश होकर अपनी बात रखेंगी।