यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। शहर में विकास कार्यों की धीमी गति ने स्थानीय नागरिकों के बीच नाराजगी बढ़ा दी है। पिछले कुछ महीनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सडक़ निर्माण, सीवेज व्यवस्था, और सार्वजनिक सुविधाओं के विस्तार जैसे कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इससे न केवल यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही है, बल्कि लोगों को रोजमर्रा की समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।
शहर के प्रमुख बाजारों और आवासीय क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों के कारण धूल और मलबे से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर सडक़ें अधूरी छोड़ी गई हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
स्थानीय निवासी इस स्थिति से अत्यधिक नाराज हैं। उन्होंने नगर पालिका और प्रशासन पर कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाया है। नागरिकों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी विकास कार्यों के नाम पर सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कोई ठोस प्रगति नहीं हो रही है।
नगर पालिका के अधिकारियों ने दावा किया है कि बरसात के मौसम के कारण विकास कार्यों में देरी हो रही है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि मौसम में सुधार होते ही सभी लंबित परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाएगा। प्रशासन ने आगामी महीनों में शहर के सभी मुख्य सडक़ों, ड्रेनेज सिस्टम और अन्य बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का वादा किया है। इसके साथ ही, जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने नियमित निरीक्षण की योजना बनाई है ताकि विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके। शहर में विकास कार्यों की धीमी गति ने न केवल नागरिकों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित किया है, बल्कि प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन अपने वादों को कितना तेजी से पूरा कर पाता है, और शहर के विकास को नई दिशा में ले जाने में कितना सफल होता है।