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Saturday, August 23, 2025

पूर्व डीएम राजीव कुमार सिंह को “पर्यावरण भूषण सम्मान”

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-सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षा और हरियाली को समर्पित

फर्रुखाबाद/शाहजहांपुर। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और शाहजहांपुर के पूर्व जिलाधिकारी श्री राजीव कुमार सिंह को पर्यावरण एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए “पर्यावरण भूषण सम्मान” से नवाजा गया। यह सम्मान यंग भारत न्यूज़ चैनल और कृभको फर्टिलाइजर्स (KFL) की ओर से संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।

श्री सिंह ने प्रशासनिक सेवाओं से निवृत्त होने के बाद भी समाज सेवा का रास्ता नहीं छोड़ा। उन्होंने शाहजहांपुर और फर्रुखाबाद में उत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों की स्थापना कर न केवल शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी अनुकरणीय कार्य किए।

विशेष रूप से मिलेनियम वर्ल्ड पब्लिक स्कूल परिसर में उन्होंने हर वर्ष वृक्षारोपण अभियान चलाया, जिससे हजारों पौधे आज विशाल वृक्ष बनकर पर्यावरण को शुद्ध कर रहे हैं।

वर्ष 2024 में स्कूल परिसर में 1000 पौधे लगाए गए, जिनमें 500 फलदार और कई छायादार वृक्ष शामिल हैं। श्री सिंह ने बच्चों को “वृक्ष मित्र” बनने के लिए प्रेरित किया, जिससे नई पीढ़ी में प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व की भावना विकसित हो सके। यह पहल पर्यावरणीय जागरूकता के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का भी उत्तम उदाहरण बन गई है। सम्मान समारोह में कई प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

इस अवसर पर कृभको फर्टिलाइजर्स के यूनिट हेड विजय बांगर, पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद, हरित ऋषि के नाम से प्रसिद्ध पर्यावरणविद विजयपाल बघेल (जिन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जा चुका है), एवं यंग भारत न्यूज़ के संपादक नरेंद्र यादव प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

सभी अतिथियों ने श्री सिंह के कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उन्हें “हरित समाज का पथप्रदर्शक” बताया।
यंग भारत न्यूज़ के संपादक नरेंद्र यादव ने कहा, “श्री राजीव कुमार सिंह जैसे अधिकारी विरले होते हैं, जो सेवानिवृत्ति के बाद भी अपने कर्तव्यों से विमुख नहीं होते। वे आज भी समाज, शिक्षा और पर्यावरण के लिए सक्रिय हैं। यह सम्मान हमारे लिए भी गौरव का विषय है।”

समारोह के अंत में श्री राजीव कुमार सिंह ने सभी के प्रति आभार जताते हुए कहा, “प्रकृति हमारी मां है और शिक्षा हमारे भविष्य की नींव। यदि इन दोनों की सेवा जीवन का लक्ष्य बन जाए, तो समाज समृद्ध और सतत विकास की राह पर अग्रसर हो सकता है।”

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