यूथ इंडिया संवाददाता
कानपुर। दिव्यांशु गुरु का वायो डीजल, सीएनजी और जैविक उत्पादों के प्रति चलाया जा रहा अभियान अब गांव-गांव में तेजी से फैल रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन को बढ़ावा देना और ग्रामीण बेरोजगारी के मुद्दे को सुलझाना है।
अभियान के प्रमुख पहलू
1. वायो डीजल और सीएनजी का बढ़ावा:
विवरण: पारंपरिक ईंधनों की जगह वायो डीजल और सीएनजी का उपयोग बढ़ाने की दिशा में दिव्यांशु गुरु ने कई पहल की हैं। इससे वायु प्रदूषण में 50फीसदी की कमी और ईंधन लागत में 30फीसदी की कटौती होने की उम्मीद है।
सफलता की कहानी: अनेक गांवों में वायो डीजल और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना की गई है, जिससे स्थानीय लोगों को प्रदूषण-मुक्त परिवहन का लाभ मिल रहा है।
2. जैविक उत्पादों को बढ़ावा:
विवरण: गांवों में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसका लक्ष्य किसानों को जैविक खेती की ओर प्रेरित करना और बाजार में जैविक उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाना है।
सफलता की कहानी: किसानों ने जैविक उत्पादों की खेती से 20फीसदी अधिक फसल की पैदावार और 25फीसदी ज्यादा आय प्राप्त की है।
3. स्वच्छता और कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन:
विवरण: कूड़ा अपशिष्ट के प्रबंधन और पुनर्चक्रण के लिए गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से गांवों में कूड़ा अपशिष्ट की मात्रा में 60′ की कमी आई है।
सफलता की कहानी: 40′ गांवों में स्वच्छता की स्थिति में सुधार हुआ है और स्थानीय स्तर पर कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर जागरूकता बढ़ी है।
4. स्वास्थ्य और रोजगार सृजन:
विवरण: इस अभियान के तहत 3000 से अधिक नए रोजगार सृजित किए गए हैं और 50 गांवों में रोजगार केंद्र स्थापित किए गए हैं। इससे ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं।
सफलता की कहानी: रोजगार केंद्रों के उद्घाटन से स्थानीय लोगों को स्थायी रोजगार के अवसर मिले हैं, जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
दिव्यांशु गुरु का यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न कर रहा है। यह पहल स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
न्यूज़ रिपोर्ट 2
दिव्यांशु गुरु का अभिनव अभियान: वायो डीजल, सीएनजी और जैविक उत्पादों के माध्यम से गांवों में नई दिशा
स्वच्छता और रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
कानपुर। गांवों में स्वच्छता और रोजगार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए दिव्यांशु गुरु ने वायो डीजल, सीएनजी और जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। इस अभियान ने ग्रामीण जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ स्वच्छता और रोजगार के क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोला है।
अभियान के प्रमुख बिंदु
1. वायो डीजल और सीएनजी के फायदे:
– विवरण: दिव्यांशु गुरु ने गांवों में वायो डीजल और सीएनजी के उपयोग को प्रोत्साहित किया है, जिससे पारंपरिक ईंधनों की तुलना में 50फीसदी कम वायु प्रदूषण और 30फीसदी कम ईंधन लागत का लाभ मिल रहा है।
– उपलब्धियां: वायो डीजल और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना से गांवों में स्वच्छ परिवहन और ऊर्जा सुलभता में वृद्धि हुई है।
2. जैविक उत्पादों की दिशा में कदम:
– विवरण: जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए दिव्यांशु गुरु ने कई पहल की हैं, जिनसे किसानों को 20फीसदी अधिक फसल की पैदावार और 25फीसदी ज्यादा आय प्राप्त हुई है।
– उपलब्धियां: जैविक उत्पादों की मांग बढ़ी है, और किसानों ने इस नई विधि को अपनाकर आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।
3. स्वच्छता और कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन:
– विवरण:गांवों में कूड़ा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए चलाए गए अभियान ने कूड़ा अपशिष्ट की मात्रा में 60फीसदी की कमी की है और स्वच्छता में 40फीसदी सुधार लाया है।
– उपलब्धियां:गांवों में कूड़ा प्रबंधन प्रणाली स्थापित की गई है, जिससे स्वच्छता की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
4.स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर:
विवरण: इस अभियान के तहत 3000 से अधिक नए रोजगार सृजित किए गए हैं और 50 गांवों में रोजगार केंद्र स्थापित किए गए हैं।
उपलब्धियां: रोजगार केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को स्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
दिव्यांशु गुरु का यह अभियान न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण और स्वच्छता को प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस पहल से स्वच्छ भारत मिशन की दिशा में नई ऊर्जा मिली है, और ग्रामीण विकास में एक नई राह खुली है।