नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत (India) ने ऑपरेशन सिंदूर (operation sindoor) के तहत पाकिस्तान (Pakistan) में मौजूद लश्कर ए तैयबा के मुख्यालय सहित नौ बड़े आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। ऐसे में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के स्थगन के बाद पाकिस्तान के अंदर ही सिंध में लश्कर (Lashkar) का टॉप कमांडर सैफुल्लाह खालिद की हत्या की खबर सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक, अज्ञात हमलावरों ने लश्कर के टॉप कमांडर सैफुल्लाह खालिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सैफुल्लाह भारत में RSS मुख्यालय पर हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। वह नेपाल से आतंकी गतिविधियों को ऑपरेट करता था।
खबरों के मुताबिक, सैफुल्लाह को आज पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बदीन जिले के माटली तालुका में अज्ञात हमलावरों द्वारा मार गिराया गया। ये आतंकी सरगना नेपाल के रास्ते लश्कर के आतंकवादियों को भारत में भेजने का भी काम करता था। सैफुल्लाह उर्फ विनोद कुमार उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ खालीद उर्फ वनियाल उर्फ वाजिद उर्फ सलीम भाई नेपाल में लश्कर- ए- तैयबा का पूरा मॉड्यूल संभालता था।
सैफुल्लाह लश्कर के ऑपरेशनल कमांडर आजम चीमा उर्फ बाबाजी का खास सहयोगी था। नेपाल में ये विनाश कुमार के नाम से ऑपरेट कर रहा था और इसने एक नेपाली युवती नगमा बानू से शादी भी कर रखी थी। इसका मुख्य काम लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों के लिए कैडर और आर्थिक मदद मुहैया कराना था। पिछले काफी समय से ये नेपाल में लश्कर-ए-तैयबा का काम देख रहा था।
इसने नागपुर में संघ मुख्यालय पर 2006 में हुए हमले में भी मुख्य भूमिका निभाई थी। इसके अलावा सीआरपीएफ कैंप रामपुर पर 2001 में हुए हमले में भी इसकी बड़ी भूमिका थी। इसके अलावा आईआईएससी बेंगलुरु पर 2005 में हुए हमले की साजिश में भी ये शामिल था।