– परेशानी के चलते दौरे पड़ने लगे, मां पूनम सक्सेना ने दी तहरीर
– दबाव में काम कर रही पुलिस पर भी उठे सवाल
फर्रुखाबाद। हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (HURL) में कार्यरत मार्केटिंग अधिकारी निशांत गौरव मानसिक उत्पीड़न का शिकार होकर गंभीर रूप से बीमार हो गए । आरोप है कि प्रदेश प्रभारी आरुणि कुमार और उनके कुछ प्रभावशाली सहयोगियों द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने के चलते अधिकारी मानसिक रूप से टूट चुका है। दौरे पड़ने और अत्यधिक उच्च रक्तचाप के कारण उसकी तबीयत बिगड़ गई । इस घटना से परिवार में हड़कंप मच गया।
पीड़ित अधिकारी की मां पूनम सक्सेना ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उनके बेटे को मानसिक रूप से इस कदर प्रताड़ित किया गया कि उसकी सोचने-समझने की शक्ति प्रभावित होने लगी। दिमाग में क्लोटिंग के चलते दौरे पड़ रहे,बहू और छोटे बच्चे का भी हाल खराब है।उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश हेड आरुणि कुमार और उनके सहयोगी अधिकारियों द्वारा जानबूझकर झूठे आरोप लगाए गए और काम का अनावश्यक दबाव डालकर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया।
पूनम सक्सेना ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस संबंध में न्याय की गुहार लगाई तो पुलिस पर भी दबाव बनाया गया और अब पुलिस पीड़ित परिवार तथा उनके समर्थन में खड़े कर्मचारियों को डराने-धमकाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई करने की बजाय आरोपियों को संरक्षण दे रही है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि इस मामले की शिकायत कंपनी के उच्च अधिकारियों से भी की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पूनम सक्सेना ने प्रदेश स्तर के अफसरों पर भी आरोप लगाया कि वे इस पूरे प्रकरण में आंख मूंदे हुए हैं और आरोपियों को बचाने में लगे हैं। एच यू आर एल के अधिकारी भी आरुणि कुमार और आरोपित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई से बच रहे हैं और मुकदमा पंजीकृत होने के बाद अभी तक उनका निलंबन तक नहीं किया गया जिससे हौसला बुलंद आरुणि कुमार सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है साथ ही अधीनस्थ अधिकारी के विरोध में डिस्ट्रीब्यूटर्स को भी लामबंद कर रहा है।
इस पूरे मामले को लेकर HURL के अन्य कर्मचारियों में भी भारी रोष है। कई लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
पूनम सक्सेना ने मांग की है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।