चंपावत: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चंपावत (Champawat) जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के लोहाघाट में लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड कार्यालय के अधिशासी अभियंता ने एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया है। यह फरमान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि सभी कर्मचारी घर से दो-दो मुट्ठी चावल देवी-देवताओं को चढ़ाएं। दरअसल, यहां एक कर्मचारी की सेवा पुस्तिका खो गई है, जिसे खोजने का प्रयास किया जा रहा है। इसी संदर्भ में यह आदेश जारी किया गया है।
खबरों के मुताबिक, लोक निर्माण विभाग (PWD) के एनएच खंड लोहाघाट कार्यालय के अधिशासी अभियंता ने अपने विभाग में एक कर्मचारी की सेवा पुस्तिका गायब हो गई और इसे मानवीय भूल नहीं, बल्कि दैवीय हस्तक्षेप मान लिया है। अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने 16 मई को एक लिखित आदेश जारी करके कहा कि, कार्यालय के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को 17 मई को अपने-अपने घर से दो-दो मुट्ठी चावल लाने का निर्देश दिया गया।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, लाए गए इन चावलों को किसी मंदिर में देवता को अर्पित किया जाएगा ताकि ‘देवता’ न्याय करें और गायब हुई सेवा पुस्तिका वापस मिल जाए। काफी खोजबीन के बावजूद दस्तावेज़ नहीं मिला, जिससे संबंधित कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान हो गए। ऐसे में अधिशासी अभियंता ने चावल अर्पित कर दैवीय मार्ग से समाधान निकालने का फैसला किया।
कार्यालय आदेश संख्या 836 के तहत सभी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि वे 17 मई को लाए गए चावल कार्यालय में जमा करें, जिन्हें बाद में मंदिर में अर्पित किया जाएगा। इस अजीबोगरीब आदेश की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है।