नई दिल्ली: तुर्की (Türkiye) में अब सेब सड़ने के दिन करीब आ रहे है, इसकी वजह से इस देश का पाकिस्तान को साथ देना। भारत पाकिस्तान (India pakistan) के बीच जब तनाव है तब तुर्की ने सबसे पहले पाकिस्तान का साथ दिया था, इससे नाराज भारत में तुर्की उत्पादों का बहिष्कार किया गया है। भारत देश में सबसे पहले तुर्की सेबो का बहिष्कार होना शुरू हुआ है।
हिमाचल प्रदेश सेब बागवानों ने तुर्की के सेब को भारत में इंपोर्ट करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा है। इस बारे में कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने भी सरकार से मांग की है। भारत में सेब के आयात, विशेष रूप से तुर्की से, में लगातार हो रही इजाफा ने हमारे पर्वतीय राज्यों–हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के सेब उत्पादक किसानों को गहरे संकट में डाल दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान तुर्की ने पाकिस्तान की मदद कि, जिसमें ड्रोन की आपूर्ति की थी, तुर्की का ये सच सामने आ गया तब से भारत में बॉयकॉट का ट्रेंड तेजी से चल रहा है। बता दें, 2021-22 में 563 करोड़ रुपए, 2022 -23 में 739 करोड़ रुपए और 2023-24 में 821 करोड़ रुपए सेब तुर्की से भारत भेजे गए थे। तुर्की के सेब आमतौर पर मीठे और रसदार होते हैं, जिसकी वजह से इनकी ड़िमांड भारतीय शेयर से ज्यादा होती है। लेकिन इसपर प्रतिबंध लगने के बाद तुर्की के सरे सेब सड़ जायेंगे और भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।