लखनऊ: यूपी में अक्सर लोग किसी ने लालच में आकर ठगी का शिकार हो जाते है। हर किसी को नौकरी पाने की जल्दबाजी है लेकिन वो मेहनत से ज्यादा दुसरो के सोर्स पर भरोसा रखते है। ऐसा ही एक मामला राजधानी लखनऊ (Lucknow) से सामने आया है। यहां पर पारा के मोनार्क सिटी निवासी आलोक गुप्ता से सचिवालय में समीक्षा अधिकारी की नौकरी दिलाने के नाम पर एक दंपती विवेक मिश्र और सीमा मिश्र ने दस लाख की ठगी की है। पीड़ित ने हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
जानकारी के मुताबिक, पारा के मोनार्क सिटी निवासी आलोक गुप्ता से गोमतीनगर विशेषखंड निवासी विवेक व उनकी पत्नी सीमा ने खुद को डिप्टी सीएम का परिचित बताकर सचिवालय में समीक्षा अधिकारी की नौकरी बिना परीक्षा के ही दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये ऐंठ लिए और 26 मार्च 2024 को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। पीड़ित ने हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी दंपती के खिलाफ पहले से हरदोई, गुजरात और लखनऊ में धोखाधड़ी व जालसाजी के कई केस दर्ज हैं।
पीड़ित आलोक गुप्ता ने बताया कि, वर्ष 2021 में सचिवालय के गेट-5 के पास उनकी पहली मुलाकात गोमतीनगर विशेषखंड निवासी विवेक व उनकी पत्नी सीमा से हुई थी। विवेक ने 28 फरवरी को बताया कि सीमा की डिप्टी सीएम से बात हो गई और सचिवालय में समीक्षा अधिकारी की नौकरी निकली है। आलोक गुप्ता से कहा कि आपको बिना परीक्षा के ही नौकरी मिल जाएगी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 लाख रुपये ऐंठ लिए और 26 मार्च 2024 को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। अगले दिन आलोक नियुक्ति पत्र लेकर सचिवालय पहुंचे तो फर्जी निकला। आलोक को यह भी पता चला कि आरोपी दंपती के खिलाफ पहले से हरदोई, गुजरात और लखनऊ में धोखाधड़ी व जालसाजी के कई केस दर्ज हैं।