मेरठ: यूपी की कानून व्यवस्था कहने को कितनी भी मजबूत क्यों न हो लेकिन अपराधियों के हौसलों में कमी नहीं आती। यूपी की मेरठ पुलिस (Meerut Police) ने अवैध कारतूस को सप्लाई करने वाले का बड़ा खुलासा किया है। अवैध कारतूस को सप्लाई करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को स्वाट टीम और लालकुर्ती थाने (Lalkurti Police Station) की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, ये गिरोह खरीदने बेचने का ही काम नहीं करते थे बल्कि इनका संबंध दिल्ली के कुख्यात नीरज बवाना गैंग से होने की आशंका है।
पुलिस ने बताया है कि इस गिरोह में पकडे गए मुख्य आरोपी की पहचान सठला गांव, थाना मवाना के रहने वाला शारिब पुत्र फरीद के रूप में हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि शारिब एक मदरसे में हाफिज की पढ़ाई कर रहा था और इन हरकतों के साथ इसकी गिरफ्तारी हुई है। उसके साथ पकड़े गए दो अन्य आरोपी उवैद खान और हैदर खान के रूप में हुई है। जो पंचायती घर के पास सठला का निवासी है।
मेरठ के एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 200 से अधिक खतरनाक कारतूस बरामद किए गए हैं। ये कारतूस सामान्यतः शूटिंग के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं, लेकिन आरोपी इन्हें मॉडिफाई करके घातक हथियारों में तब्दील कर रहे थे। बाजार में इसकी कीमत 50 से 80 रुपये प्रति कारतूस होती है और ये लोग उसे 150 रुपये में बेचते थे। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई में जुट गई है।