– विधायक बोले- प्रस्ताव दिया, फिर भी नहीं हुई सुनवाई
– छात्र, किसान, मरीज सभी परेशान, “गड्ढा मुक्त” अभियान की खुल रही पोल
फर्रुखाबाद। जिले में जहानगंज चौराहे से कमालगंज रेलवे क्रॉसिंग तक जाने वाली करीब 9 किलोमीटर लंबी सड़क इन दिनों गहरे गड्ढों में समा चुकी है। सड़क की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि यह पहचानना मुश्किल हो गया है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। स्थानीय लोगों के लिए यह रास्ता अब मुश्किल और खतरनाक सफर बन गया है।
रोजाना इस मार्ग से आने-जाने वाले छात्र, किसान, मरीज, व्यापारी और कर्मचारी अब गड्ढों और धूल के बीच 40 मिनट से अधिक का समय लगा रहे हैं। छोटे वाहन और बाइक सवारों के लिए यह मार्ग और भी जोखिम भरा हो गया है। आए दिन गड्ढों में फंसने से दुर्घटनाएं हो रही हैं।
विधायक बोले – दिया था चौड़ीकरण का प्रस्ताव, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
स्थानीय विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि उन्होंने इस सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले ही दिया था, बाद में गड्ढों की मरम्मत के लिए भी पत्र लिखा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने प्रशासन से इस ओर तत्काल ध्यान देने की मांग की।
उत्तर प्रदेश सरकार का बहुचर्चित “गड्ढा मुक्त सड़क अभियान” इस सड़क की स्थिति पर पूरी तरह असफल नजर आता है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से इस मार्ग की उपेक्षा की जा रही है और बार-बार शिकायतों के बावजूद अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं।
दुर्घटनाएं और नाराजगी, ग्रामीणों ने दी चेतावनी
बीते एक महीने में इस मार्ग पर 5 से ज्यादा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर सड़क की मरम्मत शुरू नहीं हुई तो प्रदर्शन और चक्का जाम जैसे कदम उठाए जाएंगे।
ग्रामीण बोले – यह सड़क नहीं, हमारी जीवनरेखा है
इस मार्ग से कई गांव आपस में जुड़े हैं और यह कृषि, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा के लिए बेहद अहम है। किसान अपनी फसलें मंडियों तक ले जाते हैं, छात्र स्कूल-कॉलेज जाते हैं और मरीज अस्पताल। लेकिन टूटी सड़क ने सबकी परेशानी बढ़ा दी है।