थाना पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद पीड़िता ने एसपी का खटखटाया दरवाजा
फर्रुखाबाद/अमृतपुर: प्रदेश में जीरो टॉलरेंस के नाम पर सरकार कार्य कर रही है महिला सशक्तिकरण पर जोर दे रही है जिसके चलते महिलाओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है इतना ही नहीं महिला सशक्तिकरण के चलते जिले में एक महिला थानेदार बनाई गई है। लेकिन फिर भी महिलाओं को न्याय के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार थाना अमृतपुर क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता कस्बा अमृतपुर में दवा लेने गई थी जहां पर डॉक्टर ने तबीयत ठीक ना होने के कारण भर्ती कर लिया। घर से किसी कारण परिजन नहीं पहुंच पाए तो थाना क्षेत्र के गांव खजुरिया निवासी युवक रामशरन पुत्र पातीराम अपने साथ बीमार 50 वर्षीय महिला को घर छोड़ने के बहाने ले आया लेकिन युवक पिता को घर लेकर नहीं पहुंचा तथा थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित पुलिया के नीचे जाकर मक्के के खेत में महिला से दुष्कर्म का प्रयास किया किसी तरह महिला जब बचकर अपने घर पहुंची तो परिजनों को जानकारी दी।
उसके बाद थाना अमृतपुर पहुंचकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई लेकिन पीड़िता की सुनवाई नहीं हुई इसके बाद पीड़िता पुलिस अधीक्षक आरती सिंह के पास न्याय मांगने पहुंची। तो तेज दरार पुलिस अधीक्षक ने तत्काल ही पीडिता की बात को सुनकर क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद को जांच करने के लिए भेजा। लेकिन फिर भी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की सहमत नहीं उठाई। जिसका मौका पाकर आरोपी ने नया बखेड़ा बना लिया जिसमें आरोपी ने अफवाह फैला दी कि उसने जहर खा लिया है अब वह नहीं बचेगा जब युवक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस के हाथ पैर फूल गए जिसकी जानकारी थाना अध्यक्ष के द्वारा एसपी को दी गई इसके बाद पुलिस ने 108 एंबुलेंस के द्वारा युवक रामशरन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे स्वस्थ घोषित कर दिया।
उसके बाद पुलिस के द्वारा उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया तब युवक ने कहा कि मैंने जहर नहीं खाया है। लेकिन पुलिस अधीक्षक ने तत्काल युवक को लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाने के निर्देश दिए लेकिन सवाल उठता है कि अगर पीड़िता को पहले न्याय मिल गया होता तो आरोपी सलाखों के पीछे होता लेकिन थाना पुलिस की मिली भगत के कारण पीड़िता न्याय से वंचित दिखाई दे रही है अब देखने वाली बात होगी कि पीड़िता को नया मिलेगा या नहीं जिले की तेज तर्रार एसपी आरती सिंह का कहना है कि किसी भी पीड़ित महिला को न्याय के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।