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Thursday, April 24, 2025

पीडीए ही विकल्प है – सपा नेता और अंतरराष्ट्रीय कैंसर सर्जन डॉ. नवल किशोर शाक्य

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– अंतरराष्ट्रीय कैंसर सर्जन से होटल ताज में यूथ इंडिया के ग्रुप एडिटर शरद कटियार की विशेष भेंट

लखनऊ । प्रतिष्ठित पांच सितारा होटल ताज में यूथ इंडिया के ग्रुप एडिटर शरद कटियार ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कैंसर सर्जन डॉ. नवल किशोर शाक्य से विशेष बातचीत की। यह बातचीत राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, जहां उन्होंने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग को देश की राजनीति का भविष्य बताया।

सवाल: डॉक्टर साहब, आज देश में पीडीए मॉडल की चर्चा क्यों जरूरी है?

डॉ. नवल किशोर शाक्य: क्योंकि आज जिन वर्गों ने देश को खून-पसीने से सींचा, उन्हें हाशिए पर धकेला जा रहा है। पीडीए कोई चुनावी जुमला नहीं, यह सामाजिक न्याय की मूल आत्मा है। समाजवादी पार्टी इस लड़ाई की अग्रिम पंक्ति में है।

सवाल: क्या आपको लगता है कि जनता में इसके लिए जागरूकता है?

डॉ. शाक्य: बिल्कुल, आज युवा, छात्र, किसान और नौकरीपेशा लोग समझ चुके हैं कि उनकी असली लड़ाई प्रतिनिधित्व और सम्मान की है। और यह तभी संभव है जब पीडीए के हिस्से की सत्ता उसे दी जाए।

सवाल: क्या डॉक्टर होने के नाते आपकी राजनीतिक सोच पर असर पड़ा?

डॉ. शाक्य: डॉक्टर होने के नाते मैंने जीवन के हर तबके को बेहद करीब से देखा है। मरीजों की पीड़ा और गरीबों की लाचारी ने मुझे हमेशा प्रेरित किया कि मैं न सिर्फ चिकित्सा के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक बदलाव के लिए भी काम करूं।

सवाल: क्या आप आने वाले चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे?

डॉ. शाक्य: राजनीति में मेरी भागीदारी समाज की आवाज को बुलंद करने के लिए है। चुनाव लड़ूं या ना लड़ूं, लेकिन पीडीए की मजबूती और सामाजिक न्याय के लिए मैं हर स्तर पर संघर्षरत रहूंगा।

सवाल: अखिलेश यादव के नेतृत्व को आप कैसे देखते हैं?

डॉ. शाक्य: वह आज की राजनीति में सबसे संवेदनशील, पढ़े-लिखे और दूरदृष्टि रखने वाले नेता हैं। उनका फोकस विकास और सामाजिक समरसता पर है। यही कारण है कि आज युवा उनके साथ बड़ी संख्या में जुड़ रहा है।

डॉ. नवल किशोर शाक्य का यह इंटरव्यू यह दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी पीडीए के माध्यम से एक मजबूत सामाजिक-राजनीतिक समीकरण तैयार कर रही है। डॉक्टर शाक्य जैसे शिक्षित और संवेदनशील नेताओं की भागीदारी इस आंदोलन को नई ऊर्जा दे रही है।

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