लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से 18 फरवरी 2025 को किए गए एक पोस्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur ) ने इस टिप्पणी को आपत्तिजनक बताते हुए थाना हजरतगंज में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
अमिताभ ठाकुर के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी की यह टिप्पणी समाज में धर्म आधारित विभाजन को बढ़ावा देती है और एक विशेष समुदाय के प्रति अपमानजनक प्रतीत होती है। इसे लेकर उन्होंने थाना हजरतगंज में प्रार्थना पत्र दिया है और तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
अपने पत्र में ठाकुर ने उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इससे पहले भी सांप्रदायिक विद्वेष से जुड़े मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। चुनाव आयोग ने भी इस तरह की टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ कई बार कार्रवाई की है।
आजाद अधिकार सेना ने मुख्यमंत्री जैसे उच्च पद पर आसीन व्यक्ति पर लगे इन आरोपों को अत्यंत गंभीर बताते हुए इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
प्रवक्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने कहा, “हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस टिप्पणी की गहन जांच हो और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से इस तरह की उम्मीद नहीं की जा सकती।”
अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस क्या रुख अपनाती है और क्या एफआईआर दर्ज होती है या नहीं।