रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल के घर समेत राज्यभर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह छापेमारी की। ईडी की टीमें कुल 14 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। यह कार्रवाई कथित आर्थिक अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है।
इस छापेमारी के बाद रायपुर समेत पूरे राज्य की राजनीति गरमा गई है। बताया जा रहा है कि ईडी की कई टीमें महत्वपूर्ण दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की जांच कर रही हैं। इस दौरान कुछ जगहों पर अधिकारियों ने महत्वपूर्ण फाइलें और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं।
ईडी सूत्रों के अनुसार, यह छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले से जुड़ा मामला है, जो करीब 2161 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। इस घोटाले में अब तक कई अधिकारी और एक पूर्व मंत्री गिरफ्तार हो चुके हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई बड़े नामों पर शिकंजा कस सकता है।
छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। उन्होंने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन से केंद्र सरकार डरी हुई है और इसलिए ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है तो उसे जवाब देना होगा।
फिलहाल, ईडी की टीमें जांच में जुटी हैं और आगे और खुलासे हो सकते हैं।