– एसडीएम तनवीर अहमद चैंबर में मौजूद, पुलिस ने खोखा किया बरामद, जांच जारी
प्रतापगढ़। पट्टी तहसील स्थित उपजिलाधिकारी (SDM) कार्यालय में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वकीलों के दो गुटों के बीच विवाद के बाद फायरिंग हो गई। इस दौरान एसडीएम तनवीर अहमद भी चैंबर में मौजूद थे, लेकिन वे और अन्य अधिवक्ता बाल-बाल बच गए।
घटना के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पट्टी कोतवाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस का खोखा बरामद किया है और वकीलों के दोनों गुटों से पूछताछ जारी है।
शुरुआती जांच में सामने आया कि दोनों वकीलों के गुटों के बीच एक मुकदमे की फाइल पेश करने को लेकर बहस छिड़ गई थी। यह बहस कुछ ही मिनटों में इतनी बढ़ गई कि विवाद उग्र हो गया और एक पक्ष ने गुस्से में फायरिंग कर दी।
फायरिंग की आवाज सुनकर कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारी और वकील डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। पूरे एसडीएम कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
फायरिंग के दौरान एसडीएम तनवीर अहमद और कुछ अन्य अधिवक्ता भी मौके पर मौजूद थे। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी, अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के बाद एसडीएम ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
पट्टी कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे घटनास्थल की घेराबंदी की।
कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि गोली किसने चलाई।
वकीलों के दोनों गुटों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कारतूस का खोखा बरामद कर उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
पट्टी एसडीएम तनवीर अहमद ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “यह बेहद गंभीर मामला है। कार्यालय में ऐसी घटना से सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस को तत्काल सूचना दी गई और जांच जारी है।”
वहीं, पट्टी कोतवाल ने कहा कि “फायरिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान की जा रही है। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा और सख्त कार्रवाई होगी। तहसील परिसर में सुरक्षा के इंतजाम और कड़े किए जाएंगे।”
इस घटना ने पट्टी तहसील सहित पूरे जिले के न्यायिक परिसरों में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वकीलों के बीच विवाद और फायरिंग जैसी घटनाएं पहले भी देखने को मिली हैं, लेकिन इस बार यह घटना प्रशासनिक कार्यालय के भीतर हुई है, जिससे सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है।
पुलिस अब इस मामले में सभी संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। साथ ही, तहसील परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर भी विचार किया जा रहा है।